जनमत निर्माण में आने वाली दो बाधाओं को लिखिए
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Answer:
जनमत-संग्रह, (अंग्रेजी:Plebiscite या Referendum) जिसे मत-संग्रह या सिर्फ जनमत भी कहते हैं, एक ऐसा प्रत्यक्ष मतदान है जिसमें किसी क्षेत्र विशेष के सभी मतदाताओं को मतदान के द्वारा किसी एक विशेष प्रस्ताव को स्वीकार अथवा अस्वीकार करने के लिए कहा जाता है।
Explanation:
जनमत निर्माण में आने वाली दो बाधा:
- निरक्षरता : जनमत निर्माण में निरक्षरता एक बड़ी बाधा बनकर उभरती है। शिक्षा एक अच्छा जागरूक और विवेकशील मतदाता और अच्छा नागरिक बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, वही निरक्षर लोगों का सीमित ज्ञान होने के कारण वे समस्याओं के गूण अर्थ को समझ नहीं पाते और नेताओं आदि के बहकावे में आ जाते हैं। इस कारण एक स्वस्थ जनमत निर्माण की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होती है।
- निर्धनता : निर्धनता भी जनमत निर्माण की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बाधा है, क्योंकि निर्धनता के कारण लोगों को अपने जीवन की मूलभूत समस्याओं से निजात नहीं मिलती। वे अपनी मूलभूत समस्याओं से ही जूझते रहते हैं, उन्हें उन समस्याओं से ही जूझने का समय नहीं मिल पाता। इसके अलावा निर्धन लोग अपनी निर्धनता के अनेक तरह के प्रलोभन में आसानी से आ जाते हैं, और राजनेताओं को बिना सोचे समझे वह अपना मत दे देते हैं। इससे एक स्वस्थ जनमत निर्माण नहीं हो पाता।
Answer:
1.निरक्षरता और अज्ञानता
2.गरीबी और पिछड़ापन:
Explanation:
अशिक्षा सबसे बड़ी बाधा है। एक अनपढ़ व्यक्ति के पास बहुत सीमित ज्ञान होता है और वह राजनीति और उससे जुड़ी जटिल समस्याओं को पूरी तरह से नहीं समझ सकता है। वह स्वतंत्र निर्णय लेने में भी असमर्थ होता है और अपनी राय बनाने में दूसरों का आँख बंद करके अनुसरण करता है। अज्ञानता के साथ-साथ, अज्ञानता के कारण राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने में असमर्थता और अनिच्छा भी स्वस्थ जनमत के निर्माण में एक बड़ी बाधा है।
एक गरीब व्यक्ति अपनी ही आर्थिक समस्याओं में तल्लीन रहता है और उसके प्रयासों को उनके समाधान के लिए निर्देशित किया जाता है। वह पैसे की लालसा से बहक जाता है और अपनी स्वतंत्र इच्छा को बेच देता है। इस प्रकार वह कोई भी स्वतंत्र निर्णय लेने या लेने में असमर्थ रहता है और वास्तविक जनमत तैयार नहीं किया जा सकता है
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