जनसंचार के माध्यम
1.)संचार जीवन की निशानी है स्पष्ट कीजिए |
2.) संचार के साधन कौन-कौन से हैं |
3.)दुनिया एक गांव में बदल गई है स्पष्ट कीजिए |
4.) संचार किसे कहते हैं |
5.) संचार की प्रक्रिया के तत्व कौन कौन से होते हैं स्त्रोत ; इनकोडिंग ; माध्यम ; प्राप्तकरता |
5.)इनकोडिंग का अर्थ बताइए |
6.) लीड में किसे कहते हैं और जनसंचार क्या है |
Answers
Answer:
प्रश्न 1:
संचार जीवन की निशानी है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर –
मनुष्य सामाजिक प्राणी है। सामाजिक प्राणी होने के कारण वह संचार करता है। दैनिक जीवन में संचार के बिना हम जीवित नहीं रह सकते। मनुष्य जब तक जीवित है, वह संचार करता रहता है। संचार खत्म होने का मतलब है-मृत्यु। संचार ही मनुष्य को एक-दूसरे से जोड़ता है। अत: कहा जा सकता है कि संचार जीवन की निशानी है।
प्रश्न 2:
संचार के साधन कौन-कौन से हैं?
उत्तर –
टेलीफोन, इंटरनेट, समाचार-पत्र, फैक्स, रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा आदि।
प्रश्न 3:
दुनिया एक गाँव में बदल गई है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर –
आज संचार के अनेक साधन विकसित हो गए हैं जिसके कारण भौतिक दूरियाँ कम हो रही हैं। इन साधनों के कारण मनुष्य सांस्कृतिक व मानसिक रूप से भी एक-दूसरे के करीब आ रहा है। जनसंचार के माध्यमों से कुछ ही क्षण में दुनिया के हर कोने की खबर मिल जाती है। इसी कारण आज दुनिया एक गाँव जैसी लगने लगी है।
प्रश्न 4:
संचार किसे कहते हैं?
उत्तर –
‘संचार’ शब्द की उत्पत्ति ‘चर’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ है-चलना या एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचना। सूचनाओं, विचारों और भावनाओं को लिखित, मौखिक या दृश्य-श्रव्य माध्यमों के जरिए सफलतापूर्वक एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना ही संचार है।
प्रश्न 5:
संचार की प्रक्रिया के तत्व कौन-कौन से हैं?
उत्तर –
संचार की प्रक्रिया के तत्व निम्नलिखित हैं-
स्त्रोत
एनकोडिग
भाध्यम
प्राप्तकर्ता
प्रश्न 7:
इनकोडिंग का अर्थ बताइए।
उत्तर –
इसका अर्थ है-प्राप्त संदेश में निहित अर्थ को समझने की कोशिश। यह एनकोडिंग से उलटी प्रकिया है। इसमें संदेश प्राप्तकर्ता प्राप्त चिहनों व संकेतों के अर्थ निकालता है।