Hindi, asked by kartikkrishna196, 7 months ago

जनसंपर्क की गाड़ी गोलंबर के पास क्या घोषणा कर रही थी

Answers

Answered by anshup2308
3

Answer:

मेरा गांव ऐसे इलाके में है जहां हर साल पश्चिम, पूरब और दक्षिण की- कोशी, पनार, महानंदा और गंगा की-बाढ़ से पीड़ित प्राणियों के समूह आकर पनाह लेते हैं, सावन-भादों में ट्रेन की खिड़कियों से विशाल और सपाट धरती पर गाय, बैल, भैंस, भेड़, बकरों के हजारों झुंड-मुंड देखकर ही लोग बाढ़ की विभीषिका का अंदाज लगाते हैं।

परती क्षेत्र में जन्म लेने के कारण अपने गांव के अधिकांश लोगों की तरह मैं भी तैरना नहीं जानता। किंतु दस वर्ष की उम्र से पिछले साल तक-ब्वॉय स्काउट, स्वयंसेवक, राजनीतिक कार्यकर्ता अथवा रिलीफ-कर्कर की हैसियत से बाढ़-पीड़ित क्षेत्रों में काम करता रहा हूं। और लिखने की बात? हाई-स्कूल में बाढ़ पर लेख लिखकर प्रथम पुरस्कार पाने से लेकर – ‘धर्मयुग’ में ‘कथा-दशक’ के अंतर्गत बाढ़ की पुरानी कहानी को नये पाठ के साथ प्रस्तुत कर चुका हूँ। जय गंगा (1947), डायन कोशी (48), हड्डियों का पुल (48) आदि छुटपुट रिपोर्ताज के अलावा मेरे कई उपन्यासों में बाढ़ की विनाश-लीलाओं के अनेक चित्र अंकित हुए हैं। किंतु, गांव में रहते हुए बाढ़ से घिरने, बहने, भंसने और भोगने का अनुभव कभी नहीं हुआ। वह तो पटना शहर में 1967 में ही हुआ, जब अट्ठारह घंटे की अविराम वृष्टि के कारण पुनपुन का पानी राजेंद्र नगर, कंकड़ बाग तथा अन्य निचले हिस्सों में घुस आया था। अर्थात् बाढ़ को मैंने भोगा है, शहरी आदमी की हैसियत से। इसलिए इस बार जब बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा, पटना का पश्चिमी इलाका छाती-भर पानी में डूब गया तो हम घर में ईंधन, आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, सिगरेट, पीने का पानी और कांपोज की गोलियां जमाकर बैठ गये और प्रतीक्षा करने लगे।

Answered by shishir303
0

जनसंपर्क की गाड़ी गोलंबर के पास क्या घोषणा कर रही थी?

जनसंपर्क की गाड़ी गोलंबर के पास बाढ़ के पानी के विषय में घोषणा कर रही थी। जनसंपर्क विभाग की घोषणा के अनुसार बाढ़ का पानी रात के 12 बजे तक लोहानीपुर, कंकड़बाग और राजेंद्र नगर में घुस जाएगा।

'इस जल प्रलय में' पाठ में पटना में आने वाली बाढ़ के संबंध में जनसंपर्क विभाग की गाड़ी गोलंबर के पास यह घोषणा कर रही थी कि बाढ़ का पानी रात के 12 बजे तक लोहानीपुर, कंकड़बाग और राजेंद्र नगर जैसे क्षेत्रों में घुस, जाएगा इससे लेखक फणीश्वरनाथ रेणु को एहसास हो गया था कि उनके क्षेत्र में भी बाढ़ का पानी आ सकता है। इसीलिए लेखक ने अपनी पत्नी से घर के लिए आवश्यक जरूरी सामान की स्थिति पूछी और फिर वह जरूरी सामान के प्रबंध के लिए बाहर चले गए।

#SPJ3

Learn more:

सिरचन किस कहानी के पात्र है

https://brainly.in/question/24412831

​फणीश्वरनाथ रेणु' की कृति 'ठुमरी' किस विधा पर आधारित है?

https://brainly.in/question/51043270

Similar questions