Hindi, asked by Sanjnanagar4973, 1 year ago

जनसख्या वृद्धि को कैसे रोका जा सकता है

Answers

Answered by purohitkumar
1

बढ़ती जनसंख्या घटते संसाधनों ने विश्व भर को चिंतित कर दिया है। 20 वीं सदी में जनसंख्या में भारी वृद्धि हुई है। यह वृद्धि विकासशील देशों में अधिक हुई है।परिवार कल्याण के प्रयासों के बावजूद 7 करोड़ से अधिक लोग प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या में वृद्धि कर रहे हैं।ऐसी भारी वृद्धि से भीड़ प्रदूषण प्राकृतिक आवासों का नाश तथा संसाधनों के भंडारों का वृद्धि कारण बढ़ता है। इसी दर से लोग बढ़ते रहे तो आगामी पीढ़ियों का जीवन नारकीय होता जाएगा।

भारत की जनसंख्या 121 करोड़ से भी ऊपर हो चुकी है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत का चीन के बाद विश्व भर में दूसरा स्थान आता है। बढ़ती जनसंख्या से आहार, वस्तुओं तथा आवासों की मांग में भी वृद्धि होती है। प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं, जैसे भूमि, खनिज आदि। मांग बढ़ने से इनके उपभोग का प्रतिमान बदलने लगा है। सर्वाधिक प्रभाव भूमि, वनों तथा खनिजों पर पड़ता है।

भारत में कई दर्शकों से जनसंख्या बढ़ती ही जा रही हैं। इस विधि का मूलभूत कारण निरक्षरता है। निरक्षर लोग सोचते हैं कि घर परिवार में जितने अधिक लोग होंगे, उतने ही अधिक कमी होंगी। परिवार का बोझ बढ़ जाएगा।

दूसरा कारण अल्प आयु में विवाह है।छोटी आयु में विवाह हो जाने पर बच्चों की संख्या प्रायर अधिक वह जाती हैं।तीसरा कारण लड़के के प्रति अतिरिक्त मोह का होना है।आज के वैज्ञानिक व शिक्षित युग में भी लोग लड़के की चाह में कई कई लड़कियों का जन्म देते जाते हैं। 14 कारण धार्मिक व पृथक गत विचारों की अंधता है, जिसके अंतर्गत लोग सोचते हैं कि संतान उत्पत्ति को रोकना पाप है या ईश्वर विरोधी व धर्म विरोधी कर्म है।

जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभाव अनेक प्रकार के हैं, जो विविध क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं। जनसंख्या बढ़ने से निर्धनता बढ़ती है। निर्धनता से कुपोषण, रोग तथा निम्न स्तरीय जीवन शैली का विकास होता है। लोगों की वृद्धि से संसाधनों के उपभोग में भी वृद्धि होने लगती हैं।

जनसंख्या बढ़ने से बेरोजगारी बढ़ती हैं।लोग गांव से रोजगार की खोज में नगर की और भागते हैं।जिससे वहां संसाधनों पर दबाव बढने लगता है और समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।

कृषि क्षेत्र घटने से उपलब्ध क्षेत्र पर दबाव बढता है, जिससे हमारा स्वास्थ्य तो खराब होता ही है, मिट्टी की गुणवत्ता भी दूषित होने लगती ।

जनसंख्या वृद्धि से महंगाई, भ्रष्टाचार, कालाबाजारी, रिश्वत, चोरी, अपराध, हिंसा, चरित्र हीनता आदि में वृद्धि होती हैं।जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए कम आयु में विवाह को रोकने में सरकार और जनता दोनों को जागरूक होना जरूरी है।साक्षरता द्वारा लोगों को बड़े परिवार के नुकसान हो तथा छोटे परिवार के लाभों से अवगत कराकर जनसंख्या नियंत्रण किया जा सकता है।

Similar questions