१६. जनता में यह उत्पन्न हुआ है
O क) जोश( ज्वार)
O ख) होश
ग) क्रोध
O
घ) आक्रोश
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सही जवाब है,
घ) आक्रोश
व्याख्या :
जनता में जोश (ज्वार) उत्पन्न हुआ है।
‘सिंहासन खाली करो’ कविता में कवि रामधारी सिंह दिनकर कहते हैं कि जनता में जोश (ज्वार) उत्पन्न हुआ है। जनता घर-घरनाद करते हुए आ रही है और कह रही है कि सिंहासन खाली करो। इस पर केवल जनता को बैठने का अधिकार है। इस देश के तैंतीस करोड़ लोगों के सिर पर ताज सजेगा और भारत का प्रत्येक व्यक्ति राजा होगा। विराट जनतंत्र का समय आ पहुंचा है और भारत के तैंतीस करोड़ लोगों के राजा बनने का अवसर आ चुका है।
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