जपति राधा को पड़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए
उदारता का अभिप्राय केवल नि संकोच भाव से किसी को धन दे डालना
नही दूसरों के प्रति उदार भाव रखना भी है। उदार पुरुष सदा दूसरे के विचारों का
जादर करता है। समाज में सेवक भाव से रहता है। यह न समझो केवल धन र
उदारता हो सकती है। उदारता इस बात में है कि मनुष्य को मुनष्य समझा जाए
धनकी उदारता के साथ सबसे एक और उदारता की आवश्यकता है। वह यह है
कि उपकृत के प्रति किसी प्रकार का अहसान न जताया जाए। अहसान दिखाना
उस्कृत को नीचा दिखाना है। अहसान जताकर उपकार करना अनुपकार है।
Answers
Answered by
0
आप ने तो प्रश्न पूछा ही नहीं
Similar questions