Jeev jantu ke prati hamara vyavahar
Answers
भग्वान ने जीव-जंतुओं को जुंबा नहीं दिया इसलिए वह हमसे कुछ कह नहीं पाते है।
हमें उनसे प्रेम के साथ व्यवहार करना चाहिए।
उनको तकलिफ़ नहीं देना नहीं चाहिए।
जीव-जंतुओं के प्रति हमारा व्यवहार।
Explanation:
जीव-जंतुओं के प्रति हमारा व्यवहार संवेदनशील होना चाहिए। हमें अपने आसपास के जितने भी जीव-जंतु हैं उनका ध्यान रखना चाहिए। हमें अपने आसपास के जीव-जंतुओं के साथ अच्छा बर्ताव करना चाहिए ताकि बेजुबान जानवर इस दुनिया में स्वयं को इस धरती का एक हिस्सा समझ सके। बेशक जीव-जंतु बेजुबान होते हैं लेकिन सभी जीव-जंतुओं में भावनाएं और हृदय होता है। हमें किसी भी प्रकार के जीव की हत्या से बचना चाहिए। प्रकृति में जीव-जंतुओं के कारण ही एक संतुलन स्थापित है यदि हम जीव-जंतुओं के प्रति दया का भाव नहीं रखेंगे तो प्रकृति का यह संतुलन बिगड़ जाएगा जिससे पृथ्वी अपने सर्वनाश की ओर बढ़ने लगेगी। इन सब का यही अर्थ निकलता है कि हमें जीव-जंतुओं के प्रति प्रेमभाव रखना चाहिए।
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