Hindi, asked by sniperyt39, 8 months ago

jeevan mein bachat ka mahatva ​

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Answered by suryanshsingh0161
2

Answer:

जीवन में बचत अथवा संचय का उतना ही महत्व है जितना कि आमदनी का । मनुष्य की आमदनी कितनी ही अधिक हो परंतु यदि उसमें संचय की प्रवृत्ति नहीं है तो उसे समय-समय पर अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । ... इन परिस्थितियों में मनुष्य की बचत अथवा संचय की प्रवृत्ति उसे उबारने में विशेष सहायता प्रदान करती है ।

Answered by jiyasanghvi2021
2

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