झांसी की रानी पर निबंध लिखें 100-200 शब्दों में।
Answers
झांसी की रानी का पूरा नाम लक्ष्मीबाई गंगाधरराव नेवालकर है। मूल रूप से मानकसर्णिका की रहने वाली लक्ष्मीबाई 19वीं सदी के झांसी साम्राज्य की रानी थीं।उनका जन्म 19 नवंबर 1835 को काशी, उत्तर प्रदेश में पिता मोरोपंत तांबे और मां भागीरथीबाई के घर हुआ था। रानी लक्ष्मीबाई एक रणनीतिकार, कुशल योद्धा और नेता थीं।
कुश्ती में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए उन्होंने एक अलग तरह के व्यायाम का आविष्कार किया जिसे मल्लखंबा कहा जाता है। उनकी विशेषता यह थी कि पितृसत्तात्मक संस्कृति वाले समाज में, उन्होंने रणनीतिक रूप से पुरुषों के कपड़े पहनने का फैसला किया। 1842 में, उन्होंने झांसी के राजा गंगाधरराव नेवालकर से शादी की। गंगाधरराव नेवलकर रानी लक्ष्मीबाई ने एक पुत्र को जन्म दिया लेकिन जब वह तीन महीने का था तब उसकी मृत्यु हो गई। इसलिए उन्होंने वसुदा वासुदेवराव नेवालकर के पुत्र को गोद लिया और उसका नाम दामोदर रखा।
लेकिन अंग्रेजों ने दत्तक वारिसों को स्वीकार नहीं किया और उन्होंने झांसी के राज्य पर कब्जा कर लिया। उस समय लक्ष्मीबाई ने जोर देकर कहा कि मैं झांसी नहीं जाऊंगी। 1857 में, लक्ष्मीबाई ने नानासाहेब पेशवा तात्या टोपे की मदद से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। १८ जून १८५८ को, अंग्रेजों से लड़ते हुए लक्ष्मीबाई की वीरता से मृत्यु हो गई।झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने २३ वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु को स्वीकार कर लिया।
Explanation: