Hindi, asked by rsmehta935, 2 months ago

'झक मारी' कहकर कबीर जी क्या समझाना चाहते हैं ?​

Answers

Answered by rajkulhari01
7

Answer:

स्वान रूप संसार है, भैंकन दे झख मारि। भाव-सौंदर्य – ज्ञान का महत्त्व प्रतिपादित करते हुए कबीर कहते हैं कि मनुष्य को ज्ञान रूपी हाथी की सवारी सहज गलीची डालकर करना चाहिए। ऐसा कहते हुए यदि कुत्ता रूपी संसार उसकी आलोचना करता है तो मनुष्य को उसकी परवाह नहीं करना चाहिए। अर्थात् मनुष्य को ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।

Answered by gpay646
1

Explanation:

mgxstiugsjgdigittmkgjgkyii

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