jivni or aatkhta me anter
Answers
यदि आत्मकथा व जीवनी में अंतर की बात करें तो दोनों में सबसे बड़ा अंतर ये होता है की दोनों में किसी व्यक्ति की घटनाओं, प्रसंगों और चरित्र का विवरण देना होता है. लेकिन यदि लेखक खुद के बारे में ही ये सारी जानकारी देता है तो उसे आत्मकथा कहते हैं और यदि लेखक किसी दूसरे के बारे में ये सारी जानकारी देता है तो उसे जीवनी कहते हैं. ये तो था सबसे मह्त्वपूर्ण अंतर दोनों में लेकिन इसी कथन से जुड़े बहुत से अंतर खुद व खुद सामने आ जाते हैं.
आत्मकथा कोई भी लेखक लिखता है तो वो अपने विषय में लिखता है तो एक सामन्य सी बात है उसे खुद के चरित्र, जीवन घटनाओं, प्रषंगों आदि की जानकारी बहुत गहराई से होगी जिसे वो बहुत शुद्धता के साथ लिख सकता है. और वहीं जीवनी किसी दूसरे व्यक्ति के ऊपर लिखने योग्य चीज है जिसके विषय में लेखक को सम्भवता जानकारी तो अच्छी हो सकती है लेकिन उतनी गहराई से वो किसी दूसरे व्यक्ति के बारे में नहीं जान सकता है और न ही उसके बारे में लिख सकता है जितने गहराई से वो खुद का अनुकलन कर सकता है.