Jलीमा धुमकेता र कल
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5. 'तीसरी कसम' की नायिका रेग वाई कर बरिन बिलिया।
3. हिन्दी में अनुवाद कीजिए :
The relation between man and trees is as old as the history of makant They
to us in many ways. They give cool shade to the red travels
They bring about ramfall and thus play a key role in the change of dict
prevent soil erosion by binding the soil with their roots
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें:
(क) कारक कितने प्रकार के होते हैं? उनके नाम एवं विभक्ति चिन्ह लिखें।
(ख) समास से क्या समझते हैं? कर्मधारय एवं बहुब्रीहि समास में अन्तर स्पष्ट करें।
छात्र-छात्राएं घरों में अपने-अपने विषयों के अनुसार कॉपी में इसका अभ्यास करें और विद्यालय खुल
के बाद शिक्षकों के पास इन्हें जमा करें। सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें, अपने घरों में रहें।
Answers
Answer:
Question 1:
'तीसरी कसम' फ़िल्म को कौन-कौन से पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है?
ANSWER:
'तीसरी कसम' फ़िल्म भारत तथा विदेशों में भी सम्मानित हुई। इस फिल्म को राष्ट्रपति द्वारा स्वर्णपदक मिला तथा बंगाल फ़िल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा यह सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म चुनी गई। फ़िल्म फेस्टिवल में भी इसे पुरस्कार मिला।
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Question 2:
शैलेंद्र ने कितनी फ़िल्में बनाईं?
ANSWER:
शैलेन्द्र ने मात्र एक फ़िल्म 'तीसरी कसम' बनाई।
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Question 3:
राजकपूर द्वारा निर्देशित कुछ फ़िल्मों के नाम बताइए।
ANSWER:
राजकपूर ने संगम, मेरा नाम जोकर, बॉबी, श्री 420, सत्यम् शिवम् सुन्दरम् इत्यादि फ़िल्में निर्देशित की।
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Question 4:
'तीसरी कसम' फ़िल्म के नायक व नायिकाओं के नाम बताइए और फ़िल्म में इन्होंने किन पात्रों का अभिनय किया है?
ANSWER:
इस फ़िल्म में राजकपूर ने 'हीरामन' और वहीदा रहमान ने 'हीराबाई' की भूमिका निभाई है।
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Question 5:
फ़िल्म 'तीसरी कसम' का निर्माण किसने किया था?
ANSWER:
'तीसरी कसम' फ़िल्म का निर्माण 'शैलेन्द्र' ने किया था?
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Question 6:
राजकपूर ने 'मेरा नाम जोकर' के निर्माण के समय किस बात की कल्पना भी नहीं की थी?
ANSWER:
राजकपूर ने 'मेरा नाम जोकर' बनाते समय यह सोचा भी नहीं था कि इस फ़िल्म का एक ही भाग बनाने में छह वर्षों का समय लग जाएगा।
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Question 7:
राजकपूर की किस बात पर शैलेंद्र का चेहरा मुरझा गया?
ANSWER:
तीसरी कसम की कहानी सुनने के बाद जब राजकपूर ने गम्भीरता से मेहनताना माँगा तो शैलेंद्र का चेहरा मुरझा गया क्योंकि उन्हें ऐसी उम्मीद न थी।
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Question 8:
फ़िल्म समीक्षक राजकपूर को किस तरह का कलाकार मानते थे?
ANSWER:
फ़िल्म समीक्षक राजकपूर को उत्कृष्ट और आँखों से बात करने वाला कलाकार मानते थे।
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