jwalamukhi ke labh Hani
Answers
Explanation:
ज्वालामुखी के लाभ
ज्वालामुखी विध्वंशक होने के साथ-साथ लाभकारी भी होते हैं। जैसे-
1. ज्वालामुखी के उद्गार के समय झीलों का निर्माण होता है। जो जलस्रोत संचय करती है। फलस्वरुप आर्थिक लाभ होता है।
2. ज्वालामुखी के चारों ओर काफी बड़े क्षेत्र में राख के जमा होने से मिट्टी काफी उपजाऊ हो जाती है। फलस्वरूप, फसलें काफी अच्छी होती हैं।
3. ज्वालामुखी से पठारों की शृंखला का निर्माण होता है जिसके पत्थर से मकान, पुल, सड़कें आदि का निर्माण होता है।
4. ज्वालामुखी से पर्वत समूहों का निर्माण होता है। फलस्वरूप, पेड़-पौधे अपने आप हरियाली बनाते हैं। वातावरण को साफ करते हैं। औषधीय एवं फर्नीचर आदि बनाने में उपयोगी होते हैं।
5. ज्वालामुखी द्वारा कुछ भू-आकृतियां इतनी अच्छी बनती हैं जिसे पिकनिक स्थल बनाकर काफी आर्थिक लाभ होता है।
6. ज्वालामुखी से सभी प्रकार के धातुओं का निर्माण होता है।
7. दक्षिणी अफ्रिका का किम्बरलाइट चट्टान जिसमें विश्व का अधिकतम हीरा पाया जाता है वह भी ज्वालामुखी से ही बना है।
8. ज्वालामुखी द्वारा उत्पन्न सैडल-रीफ में सोना अत्यधिक मात्रा में मिलता है।
9. ज्वालामुखी द्वारा उत्पन्न डाईक चट्टान द्वारा आज बड़े-बड़े लोगों के महल बन रहे हैं जो काफी महँगा होता है।
10. गेजर एवं धुंआरे द्वारा हमेशा गर्म जल से काफी देशों में बिजली निर्माण होती है। तरण-तारण का निर्माण होता है तथा मछली पालन होता है। धुंआरे से भी बिजली एवं कई देशों में भवन गर्म करने के काम आता है।
ज्वालामुखी के कुप्रभाव
1. जन, धन आदि की अत्यधिक हानि होती है।
2. ज्वालामुखी द्वारा निकले धुएँ से चारों तरफ वातावरण प्रदूषित होता है। आवागमन के साधन अस्त-व्यस्त हो जाते हैं। मकान, जंगल जलकर नष्ट हो जाते हैं।
2. भूकम्प की तरह ही ज्वालामुखी की भविष्यवाणी नहीं हो पाती है। पर ज्वालामुखी प्राय: ऑफ फायर में ही ज्यादा आते हैं एवं अपने पहले स्थान पर ही पुन: आते रहते हैं
ज्वालामुखी के लाभ
ज्वालामुखी विध्वंशक होने के साथ-साथ लाभकारी भी होते हैं। जैसे-
1. ज्वालामुखी के उद्गार के समय झीलों का निर्माण होता है। जो जलस्रोत संचय करती है। फलस्वरुप आर्थिक लाभ होता है।
2. ज्वालामुखी के चारों ओर काफी बड़े क्षेत्र में राख के जमा होने से मिट्टी काफी उपजाऊ हो जाती है। फलस्वरूप, फसलें काफी अच्छी होती हैं।
3. ज्वालामुखी से पठारों की शृंखला का निर्माण होता है जिसके पत्थर से मकान, पुल, सड़कें आदि का निर्माण होता है।
4. ज्वालामुखी से पर्वत समूहों का निर्माण होता है। फलस्वरूप, पेड़-पौधे अपने आप हरियाली बनाते हैं। वातावरण को साफ करते हैं। औषधीय एवं फर्नीचर आदि बनाने में उपयोगी होते हैं।
5. ज्वालामुखी द्वारा कुछ भू-आकृतियां इतनी अच्छी बनती हैं जिसे पिकनिक स्थल बनाकर काफी आर्थिक लाभ होता है।
6. ज्वालामुखी से सभी प्रकार के धातुओं का निर्माण होता है।
7. दक्षिणी अफ्रिका का किम्बरलाइट चट्टान जिसमें विश्व का अधिकतम हीरा पाया जाता है वह भी ज्वालामुखी से ही बना है।
8. ज्वालामुखी द्वारा उत्पन्न सैडल-रीफ में सोना अत्यधिक मात्रा में मिलता है।
9. ज्वालामुखी द्वारा उत्पन्न डाईक चट्टान द्वारा आज बड़े-बड़े लोगों के महल बन रहे हैं जो काफी महँगा होता है।
10. गेजर एवं धुंआरे द्वारा हमेशा गर्म जल से काफी देशों में बिजली निर्माण होती है। तरण-तारण का निर्माण होता है तथा मछली पालन होता है। धुंआरे से भी बिजली एवं कई देशों में भवन गर्म करने के काम आता है।
ज्वालामुखी के कुप्रभाव
1. जन, धन आदि की अत्यधिक हानि होती है।
2. ज्वालामुखी द्वारा निकले धुएँ से चारों तरफ वातावरण प्रदूषित होता है। आवागमन के साधन अस्त-व्यस्त हो जाते हैं। मकान, जंगल जलकर नष्ट हो जाते हैं।
३. भूकम्प की तरह ही ज्वालामुखी की भविष्यवाणी नहीं हो पाती है। पर ज्वालामुखी प्राय: ऑफ
फायर में ही ज्यादा आते हैं एवं अपने पहले स्थान पर ही पुन: आते रहते हैं।