(क)
11. निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
अभी न होगा मेरा अंत
अभी-अभी ही तो आया है
मेरे वन में मृदुल वसंत-
अभी न होगा मेरा अंत।
हरे-हरे ये पात,
डालियाँ, कलियाँ, कोमल गात।
मैं ही अपना स्वप्न-मृदुल-कर
फेरूँगा निद्रित कलियों पर
जगा एक प्रत्यूष मनोहर।
(i) कवि और कविता का नाम
Who will give correct answer I will mark them as brainliest
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This poem is ध्वनि BY SURYAKANT TRIPATHI
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PLEASE MARK ME AS A BRAINLIEST
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