(क) आपने तुलसीदास रचित 'रामचरितमानस' से उद्धृत 'भरत का भातृप्रेम' पढ़ा। आज के समाज में
पारिवारिक सौहार्द के लिए भरत जैसे भाइयों की नितांत आवश्यकता है। टिप्पणी करें।
2
(ख) आपने रैदास का पद "जिह कुल साधू बैसनो होई" पढ़ा। विभिन्न धर्मों, जातियों वाले हमारे देश के
लिए इस पद की प्रासंगिकता स्पष्ट करें।
निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।
2
(क) आपने 'अनपढ़ बनाए रखने की साजिश' पाठ पढ़ा। आपके मत में शिक्षा और साक्षरता के प्रसार के
लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए?
(पाठ-16देखें)
(ख) राजेंद्र उपाध्याय की कविता 'कठपुतली' आपके समक्ष कौन कौन-सी चुनौतियाँ रखती है? आप इस
चुनौतियों का सामना कैसे करेंगे?
(पाठ-24 देखें
निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।
(क) 'एक था पेड़ और एक था ढूंठ' पाठ में लेखक ने जीवन में सामंजस्य और समन्वय पर बल दिया है
इस बारे में अपने विचार लिखें।
(पाठ-7 देखें)
(ख) 'आखिरी चट्टान' पाठ में कन्याकुमारी की यात्रा का वर्णन किया गया है। इस पाठ के आधार
यात्रा वृत्तांत के प्रमुख तत्वों का उल्लेख करें।
(पाठ-27 देखे
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तुलसीदास
श्रीरामचरितमानस एवं विनय पत्रिका जैसे महाकाव्यों के रचयिता, हिंदू कवि-संत
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गोस्वामी तुलसीदास (1511 - 1623) हिंदी साहित्य के महान कवि थे। इन्हें आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि का अवतार भी माना जाता है। श्रीरामचरितमानस का कथानक रामायण से लिया गया है। रामचरितमानस लोक ग्रन्थ है और इसे उत्तर भारत में बड़े भक्तिभाव से पढ़ा जाता है। इसके बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्त्वपूर्ण काव्य है। महाकाव्य श्रीरामचरितमानस को विश्व के १०० सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में ४६वाँ स्थान दिया गया।[2]
तुलसीदास
काँच मन्दिर, तुलसी पीठ (चित्रकूट) में प्रतिष्ठित गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा
जन्म
रामबोला
1511 ई० (सम्वत्- 1568 वि०)[1]
सोरों शूकरक्षेत्र, कासगंज , उत्तर प्रदेश, भारत
मृत्यु
1623 ई० (संवत 1680 वि०)
वाराणसी
गुरु/शिक्षक
नरहरिदास
दर्शन
वैष्णव
खिताब/सम्मान
गोस्वामी, अभिनववाल्मीकि, इत्यादि
साहित्यिक कार्य
रामचरितमानस, विनयपत्रिका, दोहावली, कवितावली, हनुमान चालीसा, वैराग्य सन्दीपनी, जानकी मंगल, पार्वती मंगल, इत्यादि
कथन
सीयराममय सब जग जानी।
करउँ प्रनाम जोरि जुग पानी ॥
(रामचरितमानस १.८.२)
धर्म
हिन्दू
दर्शन
वैष्णव
गोस्वामी श्री तुलसी दास जी
जन्म
बचपन
भगवान श्री राम जी से भेंट
संस्कृत में पद्य-रचना
रामचरितमानस की रचना
मृत्यु
तुलसी-स्तवन
रचनाएँ
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
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