Hindi, asked by raza3207, 10 months ago

काबुलीवाला कहानी के कथानक की चर्चा करते हुए उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालिए

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Answered by shishir303
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“काबुलीवाला” कहानी ‘रवीन्द्रनाथ टैगोर’ द्वारा लिखी गई मानवीय संबंधों पर आधारित एक मर्मस्पर्शी कहानी है। इस कहानी में पिता-पुत्री के प्रगाढ़ संबंधों को दर्शाया गया है। इसके अलावा कहानी की एक मुख्य पात्र बच्ची ‘मिनी’ एवं ‘काबुलीवाला’ के बीच आत्मीय संबंधों को भी दर्शाया गया है। मिनी के प्रति उसके पिता का अपार स्नेह है और काबुली वाला के साथ मिनी के आत्मीय संबंधों का गहन चित्रण इस कहानी के माध्यम से किया गया है।

काबुलीवाला एक अफगानी व्यक्ति है जो अपने देश अफगानिस्तान से दूर भारत में रोजी-रोटी कमाने के लिए आया है। वह सूखे मेवे बेचने का काम करता है। उसे अपने परिवार से दूर होने का दुख है। उसकी बेटी की आयु भी मिनी की आयु के समान है, इसलिए उसे मिनी से लगाव हो जाता है। वह मिनी में अपनी बेटी की छवि पाने की कोशिश करता है। इस कहानी में अंत में बेटी के के विवाह के बाद पिता-पुत्री के अलगाव का दंश भी दर्शाया गया है।

इस तरह काबुलीवाला कहानी मानवीय संबंधों के अलग-अलग पहलुओं को उजागर करती है।

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