केंचुआ पर टिप्पणी लिखिए।
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➲ केंचुआ पर टिप्पणी...
केंचुआ ⦂ केचुआ एक कृमि है, जिसका आकार लंबा वर्तुलाकार होता है। केंचुआ ताम्र वर्ण का एक कृमि है। इसका शरीर 100 से 120 खंडों में विभक्त होता है। यह अधिकतर बरसात के दिनों में गीली मिट्टी पर रेंगता हुआ पाया जाता है। इसके शरीर के प्रत्येक खंड पर छोटे-छोटे सुई जैसे अंग होते हैं, जिन्हें सीटा कहा जाता है।
केंचुआ को एनिलिडा संघ का प्राणी है। ऐनेलिडा संघ के जितने भी कृमि होते हैं, वह खंड में ही विभक्त होते हैं। जिनका आकार जिनका शरीर लंबा और कई खंडों में विभक्त रहता है। केंचुआ भी इसी प्रकार का एक कृमि है। एक स्थलीय अकशेरुकीय प्राणी है, जो अमिट्टी के अंदर बिल बना कर रहता है। केंचुआ एक उभयलिंगी प्राणी है। इसमें नर एवं मादा दोनों प्रकार के जनन अंग पाए जाते हैं।
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