Hindi, asked by kumarvinod11742, 5 months ago

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है?​

Answers

Answered by sangeethkrishna208
27

Answer:

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया।

Explanation:

mark as brainiest

Answered by MOYEONHERE
4

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो देखते ही देखते जार आसमान जैसा सा बड़ा होने लगता है!अब अप्पू भी उसी जार के अंदर आ जाता है! वँहा कोई और नहीं है!वह कंचे चारों और बिखेरता हुआ मजे से खेलने में व्यस्त हो जाता है!

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