Hindi, asked by jsmandloi786, 4 months ago

कंचे जब जार से निकलकर अपपू के मन की कलपन में समा जाते हैं तब क्या होता है​

Answers

Answered by rnaik6822
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Answer:

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं, तब क्या होता है? उत्तर:- कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। उसे लगता है की जैसे कंचों का जार बड़ा होकर आसमान-सा बड़ा हो गया और वह उसके भीतर चला गया

Answered by amount05
3

Answer:

कंचे जब जार से निकलकर अपपू के मन की कलपन में समा जाते हैं तब

Explanation:

तो वह उनकी ओर पुरी तरह से सम्मोहीत हो जाता हैं | तो उसे लागता हैं जैसे कंचो का जार बडा होकर आसमान-सा बडा हो गया और वह उसके भीतर चला गया |

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