Hindi, asked by humairamalikviiic44, 7 months ago

काच की चुडिया पर निबंध ​

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Answered by guptasparshi016
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Explanation:

चूड़ियां झनझनाती चूड़ियां ! अहा ! इनका नाम सुनते ही नन्हीं बालिकाएं खिल उठती हैं। कल तीजों का त्यौहार था। प्रभा की माता ने उसे बड़ी सुन्दर चूड़ियां पहनाई। नए वस्त्र तथा चूड़ियां पहने प्रभा भागी-भागी अपनी सखी ममता के घर दिखाने गई। वह भी लाल तथा हरे रंग की चूड़ियां पहने हुए थी। फिर दोनों सहेलियां झूला झूलने लगी। चूड़ियों की मीठी झनझन पास खड़ी सभी सहेलियों के मन को मोह रही थी। सारी लड़कियां अपनी-अपनी चूड़ियों की सराहना कर रही थीं। फिर वे खेलने लगीं।

खेल-खेल में अन्नु ने नीलम की बांह पकड़ी कि उसकी कांच की चूड़ी टूट गई । नीलम की कलाई से लहू बहने लगा। सब छोटी बालिकाएं घबरा गई ।

एक बड़ी सेहेली ने समझाया कि घबराओ मत, अभी लहू बन्द हो जायेगा। जैसे फूट में कांटा होता है वैसे ही हंसी-खेल में यह कष्ट है। यह कोई बड़ी बात नहीं। चूड़ियां पहनने से टूट ही जाती हैं। उसने पानी मंगाकर लहू धो दिया और पट्टी बांध दी।

चूड़ियां प्लास्टिक, कांच, बिल्लौर, गेंडे, लोहे, चांदी, सोने आदि की बन। सोने की चूड़ी का मूल्य अधिक होता है।

चूड़ियां विवाहित स्त्रियों के सुहाग की निशानी होती है।

Answered by tulsi3052007
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कांच की चूड़ियां विभिन्न रंगों के ब्लॉक ग्लास अथवा सीधे बैच सामग्री से बनाई जाती हैं. ये सतह पर खूबसूरत रंगों वाली और डिज़ाइनों में गोल आकार की होती हैं. ये महिलाओं के लिए पारंपरिक होती हैं, विशेष रूप से भारतीय महिलाओं के लिए जो अपने बचपन से ही आकर्षक साज-सज्जा के लिए चूड़ियां पहनती हैं
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