कुछ लोग भाग्यवादी होते है और सब कुछ भाग्य के सहारे छोड़कर कर्म से विरत हो जाते है । ऐसे लो समाज के लिए बोझ है । वे सभी कोई बड़ा काम नही कर पाते । बड़ी-बड़ी खोज बड़े-बड़े आविष्यकार और बड़े-बड़े निर्माण कार्य कर्मशील लोगो के द्वारा ही संभव हो सके है । अपनी बुद्धि और प्रतिभा तथा कार्य क्षमता के बल पर सही मार्ग पर चल सकते है । किन्तु बिना कठिन श्रम के अपने लक्ष्य तक नही पहुँच सकते । कठिन परिश्रम करने के बाद पाई गई सफलता हमारे मन को अलौकिक अपेक्षित श्रम नही करते तो हमारा मन ग्लानि का अनुभव करता है । (क) बड़े -बड़े कार्य करने के लिए सर्वाधिक आवश्यक क्या है? (ख) परिश्रम करने और न करने से हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? (ग) किस प्रकार के लोग समाज के लिए बोझ है? (घ) जीवन में बड़ी उपलब्धिया कैसे संभव हो सकती है? (ड.) शीर्षक दीजिए ।
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प्रश्नों के उत्तर नीचे दिए गए हैं:
- बड़े - बड़े कार्य करने के लिए कर्मशीलता का होना अनिवार्य होता है।
- कठिन परिश्रम करने के बाद पाई गई सफलता हमारे मन को आलौकिक प्रसन्नता का आभास होता है लेकिन जब हम अपेक्षित परिश्रम नहीं करते तो हमारा मन ग्लानि का अनुभव करता है।
- भाग्यवादी लोग जो सब कुछ भाग्य के सहारे छोड़ कर्म से विरत हो जाते हैं, वे समाज के लिए बोझ हैं।
- जीवन में बड़ी उपलब्धियां कर्मशील होने पर ही संभव हो सकती हैं।
- 'कर्मशीलता के लाभ', एक उचित शीर्षक है।
#SPJ2
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