कुछ महापुरुषों में चित्र एकत्र कटिए जीवन में प्रति उनके विचार लिखिए.plz help me asap
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1. यदि मार्ग काँटों भरा हो, और आप नंगे पांव हो तो रास्ता बदल लेना चाहिए|
- चाणक्य
2.खुद के लिये जीनेवाले की ओर कोई ध्यान नहीं देता पर जब आप दूसरों के लिये जीना सीख लेते हैं तो वे आपके लिये जीते हैं। - श्री परमहंस योगानंद
3. अज्ञानता ही दुनिया के सब दु:खों और बुराईयों की जड़ है | -स्वामी विवेकानंद
4 . अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है|
-संत तिरुवल्लुवर
5.सत्य से बड़ा तो इश्वर भी नहीं |
- महात्मा गांधी
- चाणक्य
2.खुद के लिये जीनेवाले की ओर कोई ध्यान नहीं देता पर जब आप दूसरों के लिये जीना सीख लेते हैं तो वे आपके लिये जीते हैं। - श्री परमहंस योगानंद
3. अज्ञानता ही दुनिया के सब दु:खों और बुराईयों की जड़ है | -स्वामी विवेकानंद
4 . अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है|
-संत तिरुवल्लुवर
5.सत्य से बड़ा तो इश्वर भी नहीं |
- महात्मा गांधी
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