कुंड की खुदाई के समय ऊपर जमीन पर खड़े लोग क्या करते हैं
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डीएम की पहल पर अजोम कुंड का जीर्णोद्धार होगा। वर्षों से दुर्दशा का शिकार कुंड में बड़ी-बड़ी घास उग आयी है। कुंड में गंदगी के चलते विदेशी पक्षी भी ठिकाना बदलने लगे हैं। बुधवार को कस्बे के जनप्र्रतिनिधियों और समाजसेवी ने कुंड की सफाई का कार्य शुरू करा दिया। कुंड की सफाई होने से यहां लगने वाले मेले के दौरान भक्तों को स्वच्छ पानी में डुबकी लगाने का मौका मिलेगा।
विख्यात औंछा के च्यवनऋषि आश्रम के पीछे अजोम कुंड बना है। मान्यता है कि अंजोम कुंड में नहाने से खुजली तथा अन्य रोग च्यवनऋषि की कृपा से ठीक हो जाते हैं। इसीलिए यहां दूर-दूर से लोग नहाने आते हैं। बीते कुछ सालों से देखरेख के अभाव में अजोम कुंड दुर्दशा का शिकार हो गया। बीते दिनों थाना दिवस में आए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने इस अजोम कुंड का निरीक्षण किया। डीएम ने कस्बे के जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों से कुंड के जीर्णोद्धा के लिए आगे आने की अपील की। डीएम की अपील पर बुधवार को जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों के सहयोग से कुंड की खुदाई का कार्य शुरू करा दिया गया। आश्रम के पुजारी विवेक ने अजोम कुंड में पूजन कर खुदाई शुरू कराई। प्रधान सुरेंद्र देव, अरविंद दिवाकर, ग्रीश दिवाकर, अशोक मिश्रा, वृंदावन कठेरिया, धर्मवीर गिरि, उमेश, राजेंद्र, राजू, राहुल गिरि आदि लोगों के सहयोग से तालाब की साफ-सफाई की गई। कस्बे के लोगों ने की गई पहल पर डीएम को आभार जताया है।