Hindi, asked by gaurikashekar, 9 months ago

कुएँ में उतरकर चिट्ठियों को निकालने संबंधी साहसिक वर्णन को अपने शब्दों में लिखिए। I want short answer 30-40word​

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Answered by ansheekasingh28
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Answer:जब लेखक ने यह निश्चय कर लिया कि वह कुएँ में उतरकर चिट्ठियों को निकालेगा फिर उसने आगे की कार्रवाई शुरु कर दी। उसने अपनी और अपने भाई की धोतियों को आपस में बाँध कर एक लंबी रस्सी जैसी बनाई। फिर उसने धोती के एक सिरे को कुएँ की गराड़ी से बाँध दिया। दूसरे सिरे पर उसने लाठी बाँध दी ताकि अंदर जाकर साँप का काम तमाम कर सके। लेखक ने उसके पहले भी कितने ही साँपों को अपने डंडे से मौत के घाट उतारा था इसलिए वह अपनी सफलता को लेकर थोड़ा आश्वस्त था। लेखक धोती के सहारे धीरे-धीरे कुएँ में उतर गया। साँप से एक सुरक्षित ऊँचाई बनाते हुए उसने साँप का मुआयना किया।

Explanation: make brainliest

Answered by janwanigreat
7

Answer:

जब लेखक ने यह निश्चय कर लिया कि वह कुएँ में उतरकर चिट्ठियों को निकालेगा फिर उसने आगे की कार्रवाई शुरु कर दी। उसने अपनी और अपने भाई की धोतियों को आपस में बाँध कर एक लंबी रस्सी जैसी बनाई। फिर उसने धोती के एक सिरे को कुएँ की गराड़ी से बाँध दिया। दूसरे सिरे पर उसने लाठी बाँध दी ताकि अंदर जाकर साँप का काम तमाम कर सके। लेखक ने उसके पहले भी कितने ही साँपों को अपने डंडे से मौत के घाट उतारा था इसलिए वह अपनी सफलता को लेकर थोड़ा आश्वस्त था। लेखक धोती के सहारे धीरे-धीरे कुएँ में उतर गया। साँप से एक सुरक्षित ऊँचाई बनाते हुए उसने साँप का मुआयना किया। साँप अपनी पूँछ के बल पर लगभग सीधा खड़ा था और फन काढ़े ऊपर ही देख रहा था। डंडे के हिलने डुलने के कारण साँप को लेखक के आगमन का पता चल चुका था। साँप को देखकर लेखक की हिम्मत जवाब दे रही थी। लेखक ने अपने पैरों को कुएँ की दीवार से टिकाया तो थोड़ी मिट्टी झरकर साँप के ऊपर गिरी। फिर वह तेजी से कुएँ की सामने की दीवार की ओर झूलता हुए कुएँ के सूखे धरातल पर कूद गया। अब वह साँप से कोई डेढ़ गज की दूरी पर खड़ा था। दोनों एक दूसरे से आँखें चार कर रहे थे जैसे एक दूसरे को सम्मोहित करने की कोशिश कर रहे हों। कुएँ के अंदर इतनी जगह नहीं थी डंडे से साँप पर वार किया जा सके। ऐसे में साँप द्वारा जवाबी हमले की आशंका भी थी। इसलिए लेखक ने साँप को मारने का विचार त्याग दिया। दो चिट्ठियाँ साँप के पास थीं और एक चिट्ठी लेखक के पास। लेखक ने डंडे से साँप का ध्यान भटकाना चाहा तो साँप ने जवाब में डंडे पर तेजी से प्रहार किया और जहर की ताजा बूँदें डंडे पर चकमने लगीं। इस दौरान डंडा लेखक की हाथ से छूट गया। कुछ डर के मारे और कुछ जान बचाने के खयाल से लेखक हवा में ऊपर तक उछला और फिर धम्म से जमीन पर आ गया। उसे ऐसा करते देख उसके छोटे भाई की चीख निकल गई। छोटे भाई ने समझा कि बड़े भाई को साँप ने डस लिया था। साँप ने अपनी मारक शक्ति का नमूना डंडे पर छोड़ दिया था। लेखक ने फिर से डंडा उठाकर प्रयास किया। इस बार साँप ने फिर से डंडे पर वार किया लेकिन इस बार डंडा लेखक के हाथ से नहीं छूटा। मौका मिलते ही लेखक ने दोनों चिट्ठियाँ अपने हाथ में ले ली। इस कोशिश में लेखक के हाथ साँप के पिछले भाग से छू गये। साँप के शरीर की ठंडक ने तो लेखक के खून ही जमा दिये। लेखक ने धोती में चिट्ठियों को बाँधा और छोटे भाई को उसे खींचने का इशारा किया। उसके बाद वह अपने हाथों के बल कुएँ की दीवार चढ़ता चला गया।

Explanation: make brainliest answer

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