Hindi, asked by nishamugraiarora, 7 months ago

कोई आया है विशेषण है या संज्ञा​

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Answered by vijayababu3399
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Explanation:

विशेषण और उसके भेद

वाक्य में संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। जैसे - काला कुत्ता। इस वाक्य में काला विशेषण है। जिस शब्द (संज्ञा अथवा सर्वनाम) की विशेषता बतायी जाती है उसे विशेष्य कहते हैं। उपरोक्त वाक्य में कुत्ता विशेष्य है। जिस विकारी शब्द से संज्ञा की व्याप्ति मर्यादित होती है, उसे भी विशेषण कहते हैं। जैसे- मेहनती विद्यार्थी सफलता पाते हैं। धरमपुर स्वच्छ नगर है। वह पीला है। ऐसा आदमी कहाँ मिलेगा? इन वाक्यों में मेहनती, स्वच्छ, पीला और ऐसा शब्द विशेषण हैं। जो क्रमशः विद्यार्थी, धरमपुर, वह और आदमी की विशेषता बताते हैं। विशेषण शब्द जिसकी विशेषता बताये, उसे विशेष्य कहते हैं, अतः विद्यार्थी, धरमपुर, वह और आदमी शब्द विशेष्य हैं।

विशेषण के चार प्रकार हैं-

1. गुणवाचक विशेषण

2.संख्यावाचक विशेषण

3.परिमाण-बोधक विशेषण, और

4 सार्वनामिक विशेषण।

1.गुणवाचक विशेषणः

जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम के गुण, रूप, रंग आदि का बोध होता है, उसे गुण वाचक विशेषण कहते हैं। जैसे- 1. बगीचे में सुंदर फूल हैं। 2. धरमपुर स्वच्छ नगर है। 3. स्वर्गवाहिनी गंदी नदी है। 4. स्वस्थ बच्चे खेल रहे हैं।

उपर्युक्त वाक्यों में सुंदर, स्वच्छ, गंदी और स्वस्थ शब्द गुणवाचक विशेषण हैं। गुण का अर्थ अच्छाई ही नहीं, किन्तु कोई भी विशेषता। अच्छा, बुरा, खरा, खोटा सभी प्रकार के गुण इसके अंतर्गत आते हैं। 1. समय संबंधी- नया, पुराना, ताजा, वर्तमान, भूत, भविष्य, अगला, पिछला आदि। 2. स्थान संबंधी- लंबा, चौड़ा, ऊँचा, नीचा, सीधा, बाहरी, भीतरी आदि। 3. आकार संबंधी- गोल. चौकोर, सुडौल, पोला, सुंदर आदि। 4. दशा संबंधी- दुबला, पतला, मोटा, भारी, गाढ़ा, गीला, गरीब, पालतू आदि। 5. वर्ण संबंधी- लाल, पीला, नीला, हरा, काला, बैंगनी, सुनहरी आदि। 6. गुण संबंधी- भला, बुरा, उचित, अनुचित, पाप, झूठ आदि। 7. संज्ञा संबंधी- मुंबईया, बनारसी, लखनवी आदि।

2.संख्यावाचक विशेषणः

जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध होता है, उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-

1. कक्षा में चालीस विद्यार्थी उपस्थित हैं।

2. दोनों भाइयों में बड़ा प्रेम हैं।

3. उनकी दूसरी लड़की की शादी है।

4. देश का हरेक बालक वीर है।

उपर्युक्त वाक्यों में चालीस, दोनों, दूसरी और हरेक शब्द संख्यावाचक विशेषण हैं। संख्यावाचक विशेषण के भी दो प्रकार हैं-

1. निश्चित संख्यावाचक- जैसे, एक, पाँच, सात, बारह, तीसरा, आदि।

2. अऩिश्चित संख्यावाचक- जैसे, कई, अनेक, सब, बहुत आदि।

निश्चित संख्यावाचक के छः भेद हैं-

1. पूर्णांक बोधक- जैसे, एक, दस, सो, हजार, लाख आदि।

2. अपूर्णांक बोधक-, जैसे, पौना, सवा, डेढ, ढाई आदि।

3. क्रमवाचक- जैसे, दूसरा, चौथा, ग्यारहवाँ, पचासवाँ आदि।

4. आवृत्तिवाचक- जैसे, दुगुना, तीगुना, दसगुना आदि।

5. समूहवाचक-, जैसे, तीनों, पाँचों, आठों आदि।

6. प्रत्येक बोधक- जैसे, प्रति, प्रत्येक, हरेक, एक-एक आदि।

अनिश्चित संख्यावाचक विशेषणओं से अधिकतर बहुत्व का बोध होता है। जैसे-

1. सारे आम सड़ गए।

2. पुस्तकालय में असंख्य पुस्तकें हैं।

3. लंका में अनेक महल जल गए।

4. सुनामी में बहुत सारे लोग मारे गए।

निश्चित संख्यावाचक के अंतर्गत आनेवाले पूर्णांक बोधक विशेषण के पहले लगभग या करीब और बाद में एक या ओं प्रत्यय लगाने से अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण हो जाता है। जैसे-

1. लगभग पचास लोग आएँगे।

2. करीब बीस रूपए चाहिए।

3. सैंकड़ों लोग मारे गए।

कभी-कभी दो पूर्णांक बोधक साथ में आकर अनिश्चय वाचक बन जाते हैं। जैसे-

1. चालीस-पचास रूपये चाहिए।

2. काम में दो-तीन घंटे लगेंगे।

Answered by sindhurajalekshmi
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Answer:

सज्ञा

Explanation: I think!!

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