Social Sciences, asked by anuj2950, 3 months ago

कोई चार कारण देकर समझांए कि नेपोलियन के हाथ में फ्रांस का नियंत्रण आने के बाद फ्रांसके लोगो का शुरुआती उत्साह शीघ्र ही दुश्मनी मे क्यो
बदल गया।​

Answers

Answered by tyagipiyush685
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Explanation:

जब तक सत्ता में रहा युजिन choda रहारा यूरोप त्रस्त था। इन युद्धों को सम्मिलित रूप से नेपोलियन के युद्ध (Napoleonic Wars) कहा जाता है। १८०३ से लेकर १८१५ तक कोई साठ युद्ध उसने लड़े थे जिसमें से सात में उसकी पराजय (अधिकांशतः अपने अन्तिम दिनों में)।

नैपोलियन, बर्लिन में ; जेना में प्रशा की सेनाओं को परास्त करने के बाद फ्रान्सीसी सेना २७ अक्टूबर १८०६ को बर्लिन नगर में प्रवेश की

इन युद्धों के फलस्वरूप यूरोपीय सेनाओं में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए। परम्परागत रूप से इन युद्धों को १९७२ में फ्रांसीसी क्रांति के समय शुरू हुए क्रांतिकारी युद्धों की शृंखला में ही रखा जाता है। आरम्भ में फ्रांस की शक्ति बड़ी तेजी से बढ़ी और नैपोलियन ने यूरोप का अधिकांश भाग अपने अधिकार में कर लिया। १८१२ में रूस पर आक्रमण करने के बाद फ्रांस का बड़ी तेजी से पतन हुआ।

फ्रांस के विरूद्ध तीसरे गुट का निर्माण

फ्रांस और इंग्लैण्ड के युद्ध

ट्रफलगार का युद्ध

फ्रांस और आस्ट्रिया के युद्ध

जब तक सत्ता में रहा युजिन choda रहारा यूरोप त्रस्त था। इन युद्धों को सम्मिलित रूप से नेपोलियन के युद्ध (Napoleonic Wars) कहा जाता है। १८०३ से लेकर १८१५ तक कोई साठ युद्ध उसने लड़े थे जिसमें से सात में उसकी पराजय (अधिकांशतः अपने अन्तिम दिनों में)।

नैपोलियन, बर्लिन में ; जेना में प्रशा की सेनाओं को परास्त करने के बाद फ्रान्सीसी सेना २७ अक्टूबर १८०६ को बर्लिन नगर में प्रवेश की

इन युद्धों के फलस्वरूप यूरोपीय सेनाओं में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए। परम्परागत रूप से इन युद्धों को १९७२ में फ्रांसीसी क्रांति के समय शुरू हुए क्रांतिकारी युद्धों की शृंखला में ही रखा जाता है। आरम्भ में फ्रांस की शक्ति बड़ी तेजी से बढ़ी और नैपोलियन ने यूरोप का अधिकांश भाग अपने अधिकार में कर लिया। १८१२ में रूस पर आक्रमण करने के बाद फ्रांस का बड़ी तेजी से पतन हुआ।

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