कोई क्लान्ता कृषक-ललनों खेत में जो दिखावे।
धीरे धीरे परस उसकी क्लान्तियों को मिटाना।
जाता कोई जलद यदि हो व्योम में तो उसे ला।
छाया द्वारा सुखित करना, तप्त भूतांगना को।।8।।
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sorry I don't know Hindi
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Answer: यह पंक्तीया महाकवि अयोध्यासिंह उपाध्याय की कविता "पवन-दूतिका" से है|
Explanation: महाकवि अयोध्यासिंह उपाध्याय की कविता "पवन-दूतिका" "हरिऔध की" "प्रियप्रवास," जो पुस्तक "काव्यांजलि" में शामिल है|
- शीर्षक का नाम इस प्रकार है - पवन-दूतिका।
- कवि का नाम है- अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध’।
पंक्तियों की व्याख्या नीचे प्रदान की गई है-
- व्याख्या - प्रिय पवन! यदि आप किसी महिला को संयमित तरीके से चलते हुए देखते हैं, तो धीमे हो जाएं ताकि उसके कपड़े उड़ न जाएं और उसका शरीर उजागर न हो। यदि वह जरा सी भी थकी हुई दिखाई दे तो उसे अपनी गोद में ले लें और उसे चारों ओर से घेर लें ताकि वह अच्छा महसूस करे। इससे उसके सूखे होंठ (थकावट के कारण) और मुरझाए हुए कमल सदृश चेहरा प्रसन्न दिखाई देगा।
- राधा का व्यवहार - पवन-दूतिका को राधा द्वारा सड़क पर मिलने वाले यात्रियों के प्रति दयालु होने का काम सौंपा जाता है।
- राधा का तरीका छाव करने का - राधा ने पवन-देवदूत से थके हुए किसान के ऊपर बादल डालने के लिए विनती की थी।
- "तत्पुरुष समास" शब्द "कृषक--ललनों" शब्द में प्रकट है|
Learn more about कृषक--ललनों here- https://brainly.in/question/55471310
Learn more about व्याख्या here- https://brainly.in/question/54979802
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