क. ईद के दिन बच्चे क्यों खुश थे ? ख. अमीना क्यों उदास थी ?
ग. चिमटे का दाम सुनकर हामिद का दिल क्यों बैठ गया?
घ. हामिद ने अपने तीन पैसे चिमटे पर खर्च करना क्यों ठीक समझा ? ङ अमीना का क्रोध स्नेह में क्यों बदल गया ?
च. मेले में यदि हामिद की जगह तुम होते तो क्या करते? सोचकर लिखो।
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Answer:
ईद के दिन बच्चे इसलिए खुश थे क्योंकि वे ईदगाह जा रहे थे। सबके पास पैसे थे। ... ऊ अमीना इसलिए उदास थी क्योंकि आज ईद का दिन है और उसके घर मे दाना तक नहीं है। गावँ के सारे बच्चे अपने अपने पिता के साथ जा रहे थे पर हामिद का तो अमीना के सिवा कोई नहीं था।
⠀⠀⠀⠀⠀⠀ ― Answer: ― (◡ ω ◡)
क) ईद के दिन बच्चे इसलिए खुश थे क्योंकि वे ईदगाह जा रहे थे। सबके पास पैसे थे। वे बार बार अपने जेब से खजाना निकालकर गिन रहे थे। इन पैसो से वह बहुत चीज़े खरीदेंगे जैसे खिलौने,मिठाईयाँ,बिगुल,गेंद और ना जाने क्या क्या।
ख) ईद के दिन अमीना इसलिए उदास थी क्योंकि आज ईद का दिन है और उसके घर में अन्न का दाना तक नहीं है और ना पैसे कुछ भी सामना ले ने के लिए | अमीना ही हामिद की सब कुछ थी वो उसे आज के दिन उसके लिए कुछ नहीं कर पा रही थी | यह सोच कर अन्धकार और निराशा में वह डूबी जा रही है
ग) चिमटे का दाम सुनकर हामिद का दिल इसलिए बैठ गया क्योंकि चिमटे का दाम छह पैसे था जबकि हामिद के पास सिर्फ तीन पैसे थे।
घ) हामिद ने अपने तीन पैसे चिमटे पर खर्च करना इसलिए ठीक समझा कयोंकि उसकी दादी के पास चिमटा नहीं था। रोटियाँ पकाते समय उनके हाथ जल जाते थे। अगर वह चिमटा ले कर जाएगा तो दादी बहुत खुश होंगी फिर उनकी ऊंगलियाँ कभी न जलेंगी और वह दुआएँ देंगी।