(क) इस कविता में बरगद प्रतीक है
(1) बूढ़े व्यक्ति का
(ii) बड़े-बुजुर्गों का
(iii) पुरानी परंपराओं
(iv) रूढ़ियों का
Answers
Answered by
2
Answer:
3
Explanation:
I hope it helps you want to know
Answered by
0
सही विकल्प होगा...
✔ (iii) पुरानी परंपराओं
स्पष्टीकरण ⦂
इस कविता में बरगद पुरानी परंपराओं का प्रतीक है, जिसके कारण नयी विचार पनप नही पा रहे हैं। कविता इस प्रकार है...
एक बड़ा बरगद का पेड़ खड़ा है।
उसके नीचे कुछ छोटे-छोटे पौधे
असंतुष्ट और “रुष्ट
देखकर मुझको यों बोले हम भी कितने बदकिस्मत हैं ।।
जो खतरों को नहीं सामना करते
वे कैसे ऊपर को उठ सकते हैं।
इसी बड़े की छाया ने ही
हमको बौना बना रखा
हम बड़े दुखी हैं।
यहाँ पर बरगद के नीचे पनपने वाले पौधे पूरी तरह विकसित नही हो पाते क्योंकि वह बरगद की छत्रछाया के नीचे दब गये हैं। उसी प्रकार पुरानी परंपराओं के दवाब में नये विचार दबकर रह जाते हैं।
Similar questions