(क) काई एवं लाइकेन पाए जाते हैं
(i) रेगिस्तानी वनस्पति में
(ii) उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन में
(iii) टुंड्रा वनस्पति में
Answers
Answer:
please mark me as brainlist
Explanation:
a)रेगिस्तानी पौधे पत्तियों या तनों पर पतले, मोमी उपत्वचा और रेजिन सतह वाले होते हैं। इन पौधों की कांटेदार प्रवृत्ति इनको तेज गर्मी में भी खड़ा रखती है। बहुत अधिक संख्या में कांटेदार सतह वाष्पोत्सर्जन को कम करने में सहायक होती है। रेगिस्तानी पौधे के कांटे और बाल जैसे रेशे उन्हें छाया प्रदान कर सूर्य की गर्मी से बचाते हैं।
b) आप बता सकते हैं उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन इन वनों को उष्णकटिबंधीय वर्षा वन भी कहते हैं (चित्र 6.3)। ये घने वन भूमध्य रेखा एवं उष्णकटिबंध के पास पाए जाते हैं। ये क्षेत्र गर्म होते हैं एवं पूरे वर्ष यहाँ अत्यधिक वर्षा होती है। चूँकि यहाँ का मौसम कभी शुष्क नहीं होता, इसलिए यहाँ के पेड़ों की पत्तियाँ पूरी तरह नहीं झड़ती।
c) टुंड्रा शब्द फिनिश भाषा से आया है जिसका अर्थ “ऊँची भूमि”, “वृक्षविहीन पर्वतीय रास्ता” होता है। ... टुंड्रा प्रदेशों की वनस्पति मुख्यत: बौनी झाड़ियां, दलदली पौधे, घास, काई और लाइकेन से मिलकर बनती है। कुछ टुंड्रा प्रदेशों में छितरे हुये वृक्ष उगते हैं।