Hindi, asked by neetuagrawal20pdpakx, 3 months ago

(क) केन कार्याणि सिद्धयन्ति?
(ख) कः मनुष्याणां शरीरस्थः शत्रुः अस्ति?
(ग) किं महतां धनम् अस्ति?
(घ) कस्मात् प्रमादः न करणीयः?
(ङ) किं प्रथमं धर्मसाधनम् अस्ति?​

Answers

Answered by sumansikhwal890
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Answer:

1.परिश्रमेण कार्याणि सिद्धयन्ति

Answered by Anonymous
1

Answer:

→(क)परिश्रमेण कार्याणि सिद्धयन्ति

→(ख)आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः | नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति, क्या आप इस प्रसिद्ध संस्कृत श्लोक का भावार्थ समझा सकते हैं ? ... अर्थात् : मनुष्यों के शरीर में रहने वाला आलस्य ही ( उनका ) सबसे बड़ा शत्रु होता है | परिश्रम जैसा दूसरा (हमारा ) कोई अन्य मित्र नहीं है.

→(ग)उत्तमा मानमिच्छन्ति मानो हि महतां धनम्॥ भावार्थ : अधम धन की इच्छा करतें हैं, मध्यम धन और मान चाहते हैं, किन्तु उत्तम केवल मान चाहते हैं महापुरुषों का धन मान ही है ।

→(घ)संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार की एक शाखा हैं।

→(ङ) ब्रह्मचारी शास्त्रोक्तविधिपूर्वक की गई पूजा को स्वीकार करके पार्वती से बोले– 'शरीर धर्म का मुख्य साधन है। ' हिंदी में अर्थ– कल्याण चाहने वाले लोग झूठा प्रिय वचन बोलने की इच्छा नहीं करते हैं।

→Hope this will help you :)

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