कैक्टस मरुस्थल में जीवनयापन के लिए किस प्रकार अनुकूलित है?
Answers
कैक्टस मरुस्थल में जीवनयापन के लिए निम्न प्रकार अनुकूलित है :
- कैक्टस में पत्तियां या तो अनुपस्थित होती है अथवा बहुत छोटी होती हैं।
- कई बार पत्तियां कांटो का रूप ले लेती है जिससे पत्तियों से होने वाला वाष्पोत्सर्जन कम हो जाता है।
- कैक्टस में तना एक मोटी मोम पर्त से ढका होता है, जो जल संरक्षण में सहायता करता है।
- कैक्टस पौधे की जड़े जल अवशोषण के लिए मिट्टी में बहुत अधिक गहराई तक चली जाती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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___ कहलाते हैं।
(ख) स्थल पर पाए जाने वाले पौधों एवं जंतुओं के आवास को ____ आवास कहते हैं।
(ग) वे आवास जिनमें जल में रहने वाले पौधे एवं जंतु रहते हैं, ____ आवास कहलाते हैं।
(घ) मृदा, जल एवं वायु किसी आवास के _____ घटक हैं।
(ङ) हमारे परिवेश में होने वाले परिवर्तन जिनके प्रति हम अनुक्रिया करते हैं, ____ कहलाते हैं।
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Explanation:
उत्तर: मरुस्थल में कैक्टस जैसे पौधे अनुकूलित हैं क्योंकि:
1 वे बहुत कम पानी से जीवनयापन कर लेते हैं।
2 उन में पत्तिया नहीं होतीं, केवल कांटे होते हैं। इसलिए पत्तियों से होने वाला वाष्पोत्सर्जन नहीं होता।
3 जो पत्ती जैसा दिखाई देता है वह कैक्टस का तना होता है। इस पर मोम जैसी परत होती है जो पौधे के अन्दर के पानी को भाप बनने से रोकती है ।
4 पौधों की जड़े मिट्टी में बहुत गहराई तक जाती हैं ।