(क) काव्यांश पढ़कर रस पहचान कर लिखिए : आँगन में लिए चाँद के टुकड़े को खड़ी हाथों में झुलाती है उसे गोद भरी (ख) श्रृंगार रस का स्थायी भाव लिखिए। (ग) हास्य रस का एक उदाहरण दीजिए।
Answers
Answered by
0
Answer:
i can't understand your question
Similar questions