क.
कल हम रामपुर के मेले में जाएंगे। (संयुक्त वाक्य में
बदलिए)
शीला बाजार गई और जल्दी ही लौट आई। (सरल
वाक्य में बदलिए)
राम बाल कटवाने बाजार गया। (मिश्र वाक्य में
बदलिए)
(1x3 =3)
निर्देशानुसार वाच्य बदलिए :-
क. तुम लिख नहीं सकते। (भाव वाच्य)
- ख. ममता से दौड़ा नहीं जाता। (कर्तृवाच्य)
खिलाड़ी खेलेंगे।
(कर्म वाच्य)
Answers
प्रश्न में पूछे गये वाक्यों का निर्देशानुसार वाक्य परिवर्तन इस प्रकार होगा...
(क) कल हम रामपुर के मेले में जाएंगे। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
संयुक्त वाक्य = कल हम रामपुर जायेंगे और मेले में जायेंगे।
(ख) शीला बाजार गई और जल्दी ही लौट आई। (सरल वाक्य में बदलिए)
सरल वाक्य = शीला बाजार जाकर जल्दी ही लौट आई।
(ग) राम बाल कटवाने बाजार गया। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
मिश्र वाक्य = राम बाजार गया जहाँ उसने बाल कटवाये।
निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन इस प्रकार होगा...
(क) तुम लिख नहीं सकते। (भाव वाच्य)
भाव वाच्य = तुमसे लिखा नही जाता।
(ख) ममता से दौड़ा नहीं जाता। (कर्तृवाच्य)
कर्तृवाच्य = ममता दौड़ती नही है।
(ग) खिलाड़ी खेलेंगे। (कर्म वाच्य)
कर्म वाच्य = खिलाड़ियों द्वारा खेला जायेगा।
यहां दिए गए वाक्यों का निर्देशानुसार वाक्यों परिवर्तन इस प्रकार होगा...
(क) कल हम रामपुर के मेले में जाएंगे। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
संयुक्त वाक्य- हम कल रामपुर पहुंचेंगे और मेले में जाएंगे।
(ख) शीला बाजार गई और जल्दी ही लौट आई। (सरल वाक्य में बदलिए)
सरल वाक्य - शीला बाजार जाकर जल्दी ही लौट आई।
(ग) राम बाल कटवाने बाजार गया। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
मिश्र वाक्य = राम बाजार गया वहां उसने बाल कटवाए।
वाच्य परिवर्तन इस प्रकार है-
(क) तुम लिख नहीं सकते। (भाव वाच्य)
भाव वाच्य = तुमसे लिखा नही जाता।
(ख) ममता से दौड़ा नहीं जाता। (कर्तृवाच्य)
कर्तृवाच्य = ममता दौड़ती नही है।
(ग) खिलाड़ी खेलेंगे। (कर्म वाच्य)
कर्म वाच्य = खिलाड़ियों द्वारा खेला जायेगा।
Explanation:
सरल वाक्य- एक ही विधेय होता है, उन्हें सरल वाक्य या साधारण वाक्य कहते हैं, इन वाक्यों में एक ही क्रिया होती है; जैसे- मुकेश पढ़ता है। राकेश ने भोजन किया।
संयुक्त वाक्य- ऐसा वाक्य जिसमे दो या दो से अधिक उपवाक्य हो एवं सभी उपवाक्य प्रधान हों सयुंक्त वाक्य कहलाते हैं। सयुंक्त वाक्य में दो या दो से अधिक सरल वाक्यों को और, एवं, तथा, या, अथवा, इसलिए, अतः, फिर भी, तो, नहीं तो, किन्तु, परन्तु, लेकिन, पर आदि का प्रयोग करके जोड़ा जाता है।
मिश्र वाक्य- जिन वाक्यों में एक मुख्य या प्रधान वाक्य हो और अन्य आश्रित उपवाक्य हों, उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं। इनमें एक मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय के अलावा एक से अधिक समापिका क्रियाएँ होती हैं, जैसे - ज्यों ही उसने दवा पी, वह सो गया।
वाच्य की परिभाषा- क्रिया के उस रूप को वाच्य कहा जाता हैं जिससे उसके कर्ता या कर्म या भाव के अनुसार होने का बोध होता है।
वाच्य के प्रकार- कर्तृ वाच्य, कर्म वाच्य, भाव वाच्य
कर्तृ वाच्य- इस प्रकार के वाक्यों में क्रिया का प्रधान एवं सीधा संबंध कर्ता से होता है । इस प्रकार के वाक्यों में क्रिया के लिंग , वचन , कर्ता के अनुसार प्रयुक्त होते हैं।
कर्म वाच्य- इस प्रकार के वाक्यों में क्रिया के लिंग , वचन कर्ता के अनुसार न होकर कर्म के अनुसार प्रयुक्त होते हैं। अर्थात क्रिया का संबंध वाक्य में कर्म से होता है।
भाव वाच्य- इस प्रकार के वाक्यों में क्रिया का संबंध कर्ता या कर्म से न होकर भाव से होता है। इस प्रकार के वाक्यों में अकर्मक क्रिया ही प्रयुक्त होती है।