Hindi, asked by chellammalkannan1783, 3 months ago

(क) लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है । यह भूल जाते हो । हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री
के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।


In two lines ​

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Answered by achaltanwar4
5

Answer:

प्रेमचंद के मन में नारी जाति के प्रति सम्मान की भावना थी। नारी का स्थान समाज में सर्वोपरि है, वह पूजनीय है। इसलिए नारी पर प्रहार करने को अमानवीय कहा गया है। प्रेमचंद ने अपनी रचनाओं में स्त्री पात्र का आदर्श रुप प्रस्तुत किया है तथा इन्होंने स्त्री प्रधान रचनाएँ भी की हैं। इससे यह स्पष्ट है कि नारी के प्रति प्रेमचंद का दृष्टिकोण अत्यंत व्यापक है।

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