काल के ऊपर उपभेद की परिभाषा और चार चार उदाहरण
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वे क्रियाविशेषण शब्द जो हमें क्रिया के होने वाले समय का बोध कराते हैं, वह शब्द कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। यानी जब क्रिया होती है उस समय का बोध कराने वाले शब्दों को कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं।
जैसे: आज बरसात होगी। इस वाक्य से हमें बरसात क्रिया के होने के समय का बोध हो रहा है।
जैसे- परसों, पहले, पीछे, कभी, अब तक, अभी-अभी, बार-बार।
कालवाचक क्रिया विशेषण के उदाहरण
आज बरसात होगी।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं कि आज शब्द से हमें बारिश कि क्रिया के होने के समय के बारे में पता चल रहा है। अतः ऊपर दिया गया उदाहरण कालवाचक क्रियाविशेषण के अंतर्गत आएगा।
राम कल मेरे घर आएगा।
ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसा कि आप देख सकते हैं कल शब्द जो है वह राम के घर आने की क्रिया के होने के समय के बारे में बोध करा रहा है।
जिस समय यह क्रिया होने वाली है उस समय का बोध इस शब्द से हो रहा है। अतः यह शब्द कालवाचक क्रियाविशेषण के अंतर्गत आएगा।
वह कल आया था।
ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसा कि आप देख सकते हैं कि किसी के आने के समय का बोध हो रहा है। यह वाक्य बता रहा है कि जिस व्यक्ति के बारे में बात हो रही है वह कल आया था।
कल शब्द से उस व्यक्ति के आने के समय के बारे में पता चल रहा है। अतः यह उदाहरण कालवाचक क्रियाविशेषण के अंतर्गत आएगा।
तुम अब जा सकते हो।
जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं अब शब्द से जाने कि क्रिया के होने के समय का बोध हो रहा है। जो क्रियाविशेषण शब्द हमें किसी क्रिया के होने के समय का बोध कराते हैं वे शब्द कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं।
अब मैं स्कूल जा रहा हूँ।
ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसा कि आप देख सकते हैं व्यक्ति के स्कूल जाने कि क्रिया के होने के समय के बारे में हमें अब शब्द से पता चल रहा है।
यह शब्द हमें बता रहा है कि क्रिया किस काल में हुई है। जो शब्द हमें क्रिया के होने के काल के बारे में बताते हैं वे कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं।
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