Social Sciences, asked by satyamkumarOBC, 5 months ago

क्लास 10th क्षितिज पाठ उत्साह और अट नहीं रही है का सारांश​

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Answered by Vikramjeeth
7

*Answer:

उत्साह का भावार्थ(सार)- उत्साह कविता में कवि कहता है की संसार के सभी लोग गर्मी के कारण व्याकुल और अनमने हो रहे थे। संसार के संपूर्ण मानव-समुदाय में बदलाव के परिणामस्वरूप व्याकुलता और अनमनी परिस्थितियों का वातावरण बना हुआ था। साहित्य के द्वारा ही समाज में चेतना का भाव आने का भरोसा बना है।

Hope it helps you.


satyamkumarOBC: something i am not getting
satyamkumarOBC: if you have time please elaborate it..
Vikramjeeth: okk
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