Hindi, asked by shaurya6137, 2 months ago

कालीदास के विरही यक्ष ने अपने मेघदूत से कहा था-वेत्रवती (बेतवा) नदी को प्रेम का
प्रतिदान देते जाना, तुम्हारी वह प्रेयसी तुम्हें पाकर अवश्य ही प्रसन्न होगी यह बात इन
चंचल नदियों को देखकर मुझे अचानक याद आ गई और सोचा कि शायद उस महाकवि
को भी नदियों का सचेतन रूपक पसंद था। दरअसल जो भी कोई नदियों को पहाड़ी
घाटियों और समतल आँगनों के मैदानों में जुदा-जुदा शक्लों में देखेगा, वह इसी नतीजे
पर पहुँचेगा l
A)लेखक ने अलग-अलग स्थानों में नदियों में क्या-क्या बदलाव देखे?
ITS FROM HIMALAYA KI BETIYA​

Answers

Answered by gourigogoi
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Answer:

लेखक ने देखा की हिमालय से निकलने वाली नदियाँ अब अपनी पवित्रता और मूल रूप को प्रदूषण के कारण खो चुकी है।

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