कोमिन्टर्न की स्थापना का उद्देश्य क्या था
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Explanation:
कोमिन्टर्न की स्थापना -लेनिन का एक अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य था 1919 में मास्को में थर्ड इंटरनेशनल की स्थापना करना | मार्क्सवाद का प्रचार करने एवं विश्व के सभी मजदूरों को संगठित करने का उद्देश्य से विभिन्न देशों के साम्यवादी दलों के प्रतिनिधि मास्कों में एकत्रित हुए | सभी देशो की साम्यवादी पार्टियों का एक संघ बनाया गया जो कोमिन्टर्न कहलाया | इसका मुख्य उद्देश्य कार्य विश्व में क्रांति का प्रचार -करना एवं साम्यवादी की सहायता करना था | कोमिन्टर्न का नेतृत्व सोवियत संघ के साम्यवादी दाल के पास रहा | लेलिन के इस कार्य से पूँजीवादी देशों में बेचैनी फ़ैल गई | सोवियत संघ से मधुर बनाने को वे बाध्य हो गए | 1924 तक इटली ,जर्मनी ,इंग्लैंड ने सोवियत संघ की बोल्शेविक सरकार को मान्यता प्रदान कर दी |
इस प्रकार ,लेलिन ने सोवियत संघ का कायापलट कर दिया | सोवियत संघ अब प्रगति के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ा | द्वितीय विषयुद्ध की समाप्ति तक सोवियत संघ साम्यवादी गूट के नेता और विश्व की महान शक्ति बन गया ,तथापि लेलिन की आलोचना इस बात के लिए की जाती है की उसने अपनी नीतियों के कार्यान्वयन में असहिष्णुता की निति अपनाई गई | साम्यवादी विचारधारा का विरोध करनेवाले अथवा पार्टी में गुटबाजी करनेवालों को कठोर दंड दिए गए | अनेकों को ममार डाला गया | पार्टी से निकल दिया गया ,पार्टी की विचारधारा का समर्थन करने को विवश किया गया अथवा देश से निष्कासित कर दिया गया | इस प्रकार ,उस सर्वाधिकार शासन की प्रिक्रिया आरम्भ हुई जो उसके उत्तराधिकार स्टालिन के समय में अधिक बलवती हुई |