का मासत्रयस्य गर्भ स्वकुक्षौ धारयति
Answers
Answered by
1
Answer:
Explanation:
सनातन धर्म में वर्णित 16 संस्कारों में सबका अपना अलग महत्व है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण गर्भाधान संस्कार(Garbhadhana Ritual) को माना गया है। यह पहला संस्कार है। गृहस्थ जिंदगी में आने के बाद पहले कर्तव्य के रूप में इस संस्कार को मान्यता दी गई है। गृहस्थ जीवन का मुख्य मकसद श्रेष्ठ संतान की उत्पति है। श्रेष्ठ संतान की उत्पति के लिए कुछ नियम कायदे बनाए गए हैं, जिन्हें हिंदू धर्म ग्रंथों में देखा जा सकता है। इन्हीं नियमों का पालन करते हुए विधिनुसार संतानोत्पति के लिए आवश्यक कर्म करना ही गर्भाधान संस्कार है।
Answered by
1
Answer:
का मासत्रयस्य गर्भ स्वकुक्षौ धारयति?
उत्तर-माला मासत्रयस्य गर्भ स्वकुक्षौ धारयति।
Similar questions