क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
1. समाचार लेखन की भाषा शैली कैसी होनी चाहिए?
2. इंटरनेट पत्रकारिता से क्या तात्पर्य है?
3.
टीवी कैसा माध्यम है?
4. फ्रीलांसर पत्रकार से क्या तात्पर्य है?
5. भारत में पहला छापाखाना कहां था?
6. साप्ताहिक पत्रकारिता सप्ताह में कितनी बार प्रकाशित होती है?
7. समाचार लेखन की लेखन शैली कौन सी है?
8. ब्रेकिंग न्यूज किसे कहते हैं?
9. लाइव किसे कहते हैं?
10. 'पीत पत्रकारिता' किसे कहते हैं?
ख ) नमक का दारोगा पाठ के कोई दो शीर्षक बताए और अपने तर्क भी प्रस्तुत
कीजिए। 2
ग) कबीर ने अपने को दीवाना को कहा है? 2
घ)पीपल पाथर पूजन लागे तीर्थ गर्व भुलाना इस पंक्ति में निहित अलंकारों के
नाम लिखिए। 2
ड) पानी की बर्बादी' विषय पर आलेख लिखिए 4
Answers
फ्रेंड्स, इतने सारे प्रश्नों के उत्तर एक साथ दे पाना संभव नही है, कुछ चुनिंदा प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार हैं....
1. समाचार लेखन की भाषा शैली कैसी होनी चाहिए?
► समाचार लेखन की शैली एकदम सरल और आसानी से समझ में आने वाली होनी चाहिये। ये शैली पिरामिड शैली या उल्टा पिरमिड शैली दोनों तरह की हो सकती है।
2. इंटरनेट पत्रकारिता से क्या तात्पर्य है?
► किसी इंटरनेट समाचार वेबसाइट के लिये पत्रकारिता करना और इंटरनेट समाचारों आदान प्रदान करना इंटरनेट पत्रकारिता कहलाता है।
3. टीवी कैसा माध्यम है?
► टीवी एक दृश्य माध्यम है।
4. फ्रीलांसर पत्रकार से क्या तात्पर्य है?
► स्वतंत्र रूप पत्रकारिता करना ही फ्रीलांसिंग पत्रकारिता कहलाता है। ये पत्रकार मुख्यधारा के पत्रकारों से अलग होते हैं और इन्हें सरकार, मीडिया संस्थान का समर्थन नही होता है। इनके समर्थन व सहयोग का मुख्य स्रोत इनके पाठक या दर्शक होते हैं। बहुत से फ्रीलांस पत्रकार इसी श्रेणी में आते हैं।
6. साप्ताहिक पत्रकारिता सप्ताह में कितनी बार प्रकाशित होती है?
► साप्ताहिक पत्रिका सप्ताह में एक बार प्रकाशित होती है।
8. ब्रेकिंग न्यूज किसे कहते हैं?
►जब टीवी या रेडियो पर पहले से तैयार किये सामान्य समाचार प्रस्तुत किये जा रहे हों और अचानक कोई बड़ी घटना घटित होने की सूचना आये तो उसे उसी समय प्रस्तुत करना ही ब्रेकिंग न्यूज कहलाता है।
9. लाइव किसे कहते हैं?
► किसी भी घटना आदि का उसी समय सीधा प्रसारण करना ‘लाइव’ कहलाता है।
10. 'पीत पत्रकारिता' किसे कहते हैं?
► किसी क्षेत्र की किसी घटना को सनसनीखेज तरीके से पेश कर और उसमें अफवाह, झूठ या मसाला आदि डालकर पेश करने वाले पत्रकार को पीत पत्रकार कहते है। ऐसे पत्रकार ऐसा इसलिये करते ताकि मसालेदार खबरों से जनता को लुभा सकें। ऐसे पत्रकारों की खबरों की कोई विश्वसनीयता नही होती है।
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