क) निम्नलिखित संस्कृत अवतरण का हिन्दी में अनुवाद कीजिए-
ततः कदाचिद द्वारपाल आगत्य महाराज भोजें प्राह- "देव कौपीनावशे षो
विद्वान् द्वारि वर्तते' इति! राजा प्रवेशम् इति प्राह! ततः प्रविष्ठः सः कविः
भोजना लोक्य अद्य में दारिद्रयनाशे भविष्य नीति गत्या तुष्टो हर्षाश्रूणि मुमोचः
राजा दमालोक्य प्राह 'कनि, किं रोदिषि' इति । plz help me
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sorry I didn't get a answers
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