कौन सी क्रिया सकर्मक नहीं है
पढ़ना
लिखना
नहाना
खाना
Answers
Answer:
khana
Explanation:
hhhhhhhhhhhhhhh
Answer:
जैसे: हंसना, रोना, नाचना, गाना, लिखना, पढ़ना, चलना, जाना, आना, नहाना, खाना, पीना, देखना, जागना, मारना, पीटना, कूदना, दौड़ना, खेलना इत्यादि।
Explanation:
क्रिया को हिंदी व्याकरण में विकारी शब्दों की श्रेणी में रखा गया है, अर्थात क्रिया के रूप अलग अलग लिंग अथवा वचन के साथ परिवर्तित किये जाते हैं। किसी भी वाक्य को हिंदी व्याकरण के अंतर्गत, क्रिया की अनुपस्थिति में पूर्ण नहीं माना जा सकता।
जैसे: हंसना, रोना, नाचना, गाना, लिखना, पढ़ना, चलना, जाना, आना, नहाना, खाना, पीना, देखना, जागना, मारना, पीटना, कूदना, दौड़ना, खेलना इत्यादि।
क्रिया के उदाहरण के तौर पर निम्नलिखित वाक्य आते हैं:
धातु के भेद
मूल धातु :- वह धातु जो किसी पर आश्रित न होकर स्वतंत्र होती है, उसे मूल धातु कहते हैं| उदाहरण के तौर पर :- जा, गा, रो, लिख, पढ़, कर उठ आदि|
सामान्य धातु :- कई बार धातु में ना प्रत्यय जोड़कर उसका रूप सरल कर दिया जाता है, धातु के इस भेद को सामान्य धातु कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- जाना, खाना, बोलना, रोना, हंसना, पढ़ना, सोना, बैठना, लिखना, घूमना आदि|
व्युत्पन्न धातु :- किसी भी सामान्य धातु में जब प्रत्यय लगा दिया जाता है और उसे बदल दिया जाता है, तब उसे सामान्य धातु कहा जाता है| उदहारण के तौर पर :- खुलवाना, धूलवाना, कटवाना आदि|
यौगिक धातु :- प्रत्यय जोड़कर बनाई गई क्रिया से जब प्रत्यय अलग कर दिया जाता है तब उसे यौगिक धातु कहा जाता है| उदाहरण के तौर पर :- खाना से खिलाई, लिखना से लिखा आदि|
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