(क) नहीं तो, हम इमारत की गीत नीवं की गीत से प्रारंभ करते।
(ख) ईसाई धर्म उन्हीं के पुण्य-प्रताप से फल-फूल रहे हैं।
(ग) सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की ओर हम पहला कदम बढाए
हैं।
(घ) हमारे शरीर पर कई अंग होते हैं।
(ङ) हम निम्नलिखित रूपनगर के निवासी प्रार्थना करते हैं।
(च) सब ताजमहल की सौंदर्यता पर मोहित होते हैं।
(छ) गत रविवार को वह मुंबई जाएगा।
(ज) आप कृपया हमारे घर आने की कृपा करें।
(झ) हमें अभी बहुत बातें सीखना है।
(ज) मुझे यह निबंध पढ़कर आनंद का आभास हुआ।
Answers
Answer:
क) नहीं तो, हम इमारत के गीत नींव के गीत से प्रारंभ करते।
ख) ईसाई धर्म उन्हीं के पुण्य- प्रताप से फल- फूल रहा है।
ग) सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की ओर हमने पहला कदम बढ़ाया है।
घ) हमारे शरीर में कई अंग होते हैं।
ङ) हम रुपनगर के निवासी निम्नलिखित प्रार्थना करते हैं।
च) सब ताजमहल की सौंदर्यता पर मोहित हैं।
छ) गत रविवार को वह मुंबई गया था।
ज) आप हमारे घर आने की कृपा करें।
झ) हमें अभी बहुत बातें सीखनी हैं।
ज) मुझे यह निबंध पढ़कर आनंद हुआ।
Explanation:
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ANSWER :
- (क) नहीं तो, हम इमारत की गीत नीवं की गीत से प्रारंभ करते ।
शुद्ध वाक्य : नहीं तो, हम इमारत की गीत नीवं के गीत से प्रारंभ करते ।
- (ख) ईसाई धर्म उन्हीं के पुण्य-प्रताप से फल-फूल रहे हैं ।
शुद्ध वाक्य : ईसाई धर्म उन्हीं के पुण्य-प्रताप से फल-फूल रहा हैं ।
- (ग) सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की ओर हम पहला कदम बढाए है।
शुद्ध वाक्य : सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की ओर हम पहला कदम बढ़ाया हैं ।
- (घ) हमारे शरीर पर कई अंग होते हैं ।
शुद्ध वाक्य : हमारे शरीर में कई अंग होते हैं ।
- (ङ) हम निम्नलिखित रूपनगर के निवासी प्रार्थना करते हैं ।
शुद्ध वाक्य : हम रूपनगर के निवासी निम्नलिखित प्रार्थना करते हैं ।
- (च) सब ताजमहल की सौंदर्यता पर मोहित होते हैं ।
शुद्ध वाक्य : सब ताजमहल के सौंदर्यता पर मोहित होते हैं ।
- (छ) गत रविवार को वह मुंबई जाएगा ।
शुद्ध वाक्य : गत रविवार को वह मुंबई गया ।
- (ज) आप कृपया हमारे घर आने की कृपा करें ।
शुद्ध वाक्य : आप कृपया हमारे घर आएँ ।
- (झ) हमें अभी बहुत बातें सीखना है ।
शुद्ध वाक्य : हमें अभी बहुत बातें सीखनी हैं ।
- (ज) मुझे यह निबंध पढ़कर आनंद का आभास हुआ ।
शुद्ध वाक्य : मुझे यह निबंध पढ़कर आनंद का अनुभव हुआ ।