कौनसा ग्रंथ त्रिशातिक के नाम से प्रसिद्ध है
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कौनसा ग्रंथ त्रिशातिक के नाम से प्रसिद्ध है ?
➲ गणित सार
✎... श्रीधराचार्य द्वारा रचित ग्रंथ ‘गणित सार’ है, जो ‘त्रिशतिका’ के नाम से प्रसिद्ध है। श्रीधराचार्य भारत के एक प्राचीन महान गणितज्ञ थे। उन्होंने 750 ईसवी के आसपास लगभग 3 प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना की थी। इसमें त्रिशतिका, पाटीगणित और पाटीगणित सार के नाम प्रमुख हैं। उन्हें शून्य की व्याख्या करने के लिए भी जाना जाता है। वर्गात्मक समीकरण को पूर्ण वर्ग बनाकर हल करने का उनके द्वारा प्रतिपादित किया गया ‘श्रीधर नियम’ आज भी प्रचलित है, जिसे आज हिंदू नियम के नाम से जाना जाता है। उन्होंने पाटी गणित, पाची गणित सार और त्रिशतिक तीन ग्रंथों की रचनाएं की। ○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answer: गणित सार
Step-by-step explanation:
श्रीधराचार्य द्वारा रचित ग्रंथ गणित सार त्रिशतिका के नाम से प्रसिद्ध है।
श्रीधराचार्य प्राचीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे। उनके पिताजी का नाम बलदेवाचार्य और माताजी का नाम अच्चोका था।
इन्होंने 750 ई. में त्रिशतिका (इसे 'पाटीगणितसार' भी कहते हैं), पाटीगणित और गणितसार, लिखीं। यह मूलतः अंकगणित और क्षेत्र-व्यवहार से संबंधित हैं।
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