क्रेब्स चक्र क्रिया....
के अन्दर पूर्ण होती हैं
Answers
Explanation:
उत्तर:
(1) श्वसन एवं दहन में अन्तर –
श्वसन (Respiration):
यह जैविक क्रिया है।
यह क्रिया कोशिका के अन्दर होती है।
यह क्रिया एन्जाइम की उपस्थिति में होती है।
इस क्रिया में ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो ATP के रूप में संगृहीत हो जाती है।
दहन (Burning):
यह एक भौतिक क्रिया है।
यह क्रिया कोशिका के बाहर होती है।
इस क्रिया के लिये एन्जाइम की आवश्यकता नहीं होती।
इस क्रिया में ऊर्जा ऊष्मा एवं प्रकाश के रूप में मुक्त होती है।
(2) ग्लाइकोलिसिस एवं क्रेब्स चक्र में अंतर –
ग्लाइकोलिसिस (Glycolysis):
यह क्रिया कोशिकाद्रव्य में पूर्ण होती है।
यह ऑक्सी तथा अनॉक्सी दोनों प्रकार के श्वसन में होती है।
यह श्वसन का प्रथम चरण है।
यह एक रेखीय पथ (Linear pathway) है।
इस क्रिया में ग्लूकोज के एक अणु के विखण्डन से पायरुविक अम्ल के दो अणु बनते हैं।
इस क्रिया में ग्लूकोज के एक अणु के विखण्डन से 2NADH2 तथा 2ATP उत्पन्न होते हैं।
इसे एम्ब्डेन मेयरहॉफ पथ (Embden-meyerhof pathway) या EMP पथ भी कहा जाता है।
क्रेब्स चक्र (Krebs’ cycle):
यह क्रिया माइटोकॉण्ड्रिया के मैट्रिक्स में होती है।
यह केवल ऑक्सी श्वसन में होती है।
यह श्वसन का तृतीय चरण है।
यह एक चक्रीय पथ (Cyclic pathway) है।
इस क्रिया में ऐसीटिल को-एन्जाइम-A के पूर्ण विखण्डन से अकार्बनिक पदार्थों (CO2 व H2O) का निर्माण होता है।
इस क्रिया में एसीटिल को-एन्जाइम-A के दो अणुओं से 6NADH2 2FADH2 तथा 2ATP प्राप्त होता है।
इसे साइट्रिक अम्ल चक्र या ट्राइ कार्बोक्सिलिक अम्ल चक्र (Tricarboxylic acid cycle) या TCA चक्र भी कहा जाता है।
(3) ऑक्सी श्वसन तथा किण्वन में अन्तर –
ऑक्सी श्वसन (Aerobic respiration):
शर्करा का विघटन एवं ऑक्सीकरण पूर्णरूप से होता है।
यह क्रिया ऑक्सीजन की उपस्थिति में होती है।
इसमें CO2 अधिक मात्रा में उत्पन्न होती है।
यह क्रिया कोशिका के बाहर होती है।
किण्वन (Fermentation):
शर्करा का आंशिक ऑक्सीकरण होता है।
ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती।
इसमें CO2 कम मात्रा में उत्पन्न होती है।
यह क्रिया कोशिका के अन्दर होती है।
माइटोकॉन्ड्रिया में क्रेब्स चक्र होता है।
- क्रेब्स चक्र ऊर्जा उत्पादन प्रक्रिया का एक हिस्सा है। प्रक्रिया को साइट्रिक एसिड चक्र या ट्राइकारबॉक्सिलिक एसिड चक्र भी कहा जाता है।
- ग्लूकोज या कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा से प्राप्त एसिटाइल सीओए क्रेब्स चक्र की पहली आवश्यकता है। इलेक्ट्रॉन परिवहन श्रृंखला साइट्रिक एसिड चक्र के बाद होती है, जो सेल की ऊर्जा मुद्रा अर्थात् एटीपी उत्पन्न करती है।