क)राही नाविक से क्या आग्रह करता है?
1.उसे मॉधार में ले जाए और पतवार थमा दे
(2) लहरों में टकराने के लिए छोड़ दे
(iii) बेबस-सा मन मारकर चलने दे
(iv) मन का राजा बना रहने दे
(ख)
'रंगीन विजय सी लगती है, संघर्षों में हर हार मुझे का आशय है-
(1) कवि को लड़ने में मजा आता है
2.वह विजय को रंगीन मानता है
3. संघर्ष करते हुए हार भी जाए तो जीत जैसा ही मजा आता है
4. वह हार से घबराता नहीं
ग)विप्लवों का सांगर भी कवि को पराजित क्यों नहीं कर सकता?
(1) वह सदैव संघर्ष करता है कभी हार नहीं मानता
(ii) उसे बंधन स्वीकार नहीं
3.उसे लहरों के टकराने पर प्यार आता है
(iv) वह मन का राजा है।
सागर का पर्याय है-
(i) मधुमास
(2. पतवार
3.विप्लव
(iv) पारावार
पतवार किसे कहते हैं?
(1) तलवार
2.जिससे नाव चलाई जाती है
3.लाठी
(iv) जो पत्तों से बना हो
Answers
Answer:
खुद का ख्याल मैंनें इसलिए भी रख लिया
कि दूर कोई जी रहा है मेरी खैरियत देखकर
.
माना कि इश्क बहुत कड़वा होता है
मग़र ख्वाहिशों को मीठा तो कर ही देता है
.
गिरते रहे सजदों में हम अपनी ही हसरतों की खातिर
अगर इश्क़ ऐ खुदा में गिरे होते तो कोई हसरत अधूरी ना होती
.
कुर्बान हो जाऊं उस दर्द पे
जिसका इलाज सिर्फ तुम हो
.
कब्र सी बन गई है जिंदगी हमारी
यूं हर ख्वाहिशों को दफनाते दफनाते
.
माना के साथ तुम्हारा नामुमकिन ही सही
पर मोहब्बत तो हमने सिर्फ तुमसे ही की
.
पेड़ शर्त नहीं माने इसलिए कट गए
गमलों ने हदें तय की तो आसरा मिला
.
ये जो खुश होने का दावा करते हैं हम
दिन में सौ दफा समझौता करते हैं हम
.
याद महबूब की और शिद्दत इस गर्मी की
देखते हैं हमें कौन बीमार करता है
.
बुझतें नहीं देखा कभी इन सितारों को
न जाने कौन जलता हैं इन में दिन रात
.
एक रिश्ता यूँ ही खत्म हो गया
वो दोस्ती निभाते रहे और हमे इश्क हो गया
.
जीवन जितना सादा रहेगा
तनाव उतना ही आधा रहेगा
.
मेरी आँखों ने पकड़ा है उन्हें कई बार रंगे हाथ
वो इश्क करना तो चाहते हैं..मगर घबराते बहुत हैं
.
हमारी फ़ितरत नहीं कि हम रब को याद करें
वो तो रब ही है
जो हमें कोई गम देकर खुद को याद करवाता है
.
ना पेशी होगी ना गवाह होगा
जो भी उलझेगा मोहब्बत से वो सिर्फ तबाह होगा
Answer:
1क उसे मझदार में ले जाए और पतवार थमा दे
2ग
3क
4घ पारावार
5ख जिससे नाव चलाई जाती है