कोरोना का ल्की पश्चाताप का पहला दिन कैसे व्यतीत हुआ अपने मित्र को पत्र लिखकर बताएं।
Answers
प्रिय सुरेश,
नमस्ते।
मैं यहाँ पर सब कुशल हूँ आशा करता हूँ आप भी परिवार सहित सकुशल होंगे।
जैसा कि आप जानते हैं वर्तमान में कोरोना महामारी सर्व व्याप्त है और विगत वर्ष से विद्यालय बंद है। बंद की स्थिति में भी मैंने अपनी पढ़ाई सतत रूप से जारी रखी है। आशा करता हूंँ आप ने भी अपनी पढ़ाई जारी रखी होगी।
इस वर्ष ऑनलाइन माध्यम, रेडियो, टी.वी. डिजीलेप विडिओ और हमारे शिक्षक महोदय के द्वारा हम छात्रों से सतत संपर्क से हमारी पढ़ाई जारी रही। हाँ कभी कभार व्यवधान अवश्य ही हुआ किंतु काफी हद तक हमने अपनी पढ़ाई को जारी रखने में सफलता प्राप्त की। गुरुजी के संपर्क के दौरान उन्होंने जो कुछ भी मुझसे पूछा या हल करने को कहा तो मैंने पूरी कोशिश की कि उनको संतुष्ट कर सकूँ। साथ ही मूल्यांकन आधारित वर्कशीट्स में प्राप्तांकों के आधार पर गुरुजी ने बताया कि मेरी पढ़ाई बेहतर है।
शेष शुभ, आंटी जी एवं अंकल जी को प्रणाम। श्वेता को स्नेह।
आपका भोला भलावी