कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का सफ़र पर कविता लिखिए।
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भारी बस्ता उतर कमर से पलकों पर आ ठहरा है !
बच्चों के तन-मन पर देखो रेडिएशन का पहरा है !!
किसको अपना दर्द बताएं ज़ख्म बहुत ही गहरा है !
जब अपना हाकिम ही यारो, शायद अंधा-बहरा है !!
मज़दूरों के बच्चे भी क्या सच में ही यूं पढ़ लेंगे ?
क्या ये सारे छः-छः घण्टे, रेडिएशन से लड़ लेंगे ?
क्या इनकी नन्ही आँखों को है कोई वरदान मिला ?
तो फिर इन मासूमों को, क्यों ऐसा फ़रमान मिला ?
मैं ही बतला देता हूँ, ग़र अपना हाकिम है अंजान !
रेडिएशन से तिल-तिलकर मरता है आख़िर इंसान !!
इसी वजह से गोरैया नें अब घर-आँगन छोड़ दिया !
तितली-कीट-पतंगों नें भी हमसे नाता तोड़ दिया !!
सोचो आख़िर किस क़ीमत पर हम ये शिक्षा पायेंगे ?
अपनी आँखों के तारों को जानें कितने रोग लगायेंगे ?
अनिद्रा अवसाद-जनक है ब्रेन-ट्यूमर कैंसर-कारक है!
रेडिएशन तनाव, बदन-दर्द व नेत्र-रोग उत्पादक है !! please mark me brain list