Hindi, asked by Saadhvi1560, 5 months ago

कोरोना महामारी के विषय पर दो बुजुर्ग के बीच होने वाले संवाद को 40 से 50 शब्द में लिखें

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Answered by gkmantri04
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Pankaj

Updated: Mon, 27 Apr 2020 06:02 AM

अ+ अ-

कोरोनाकाल में भी नवजात व शिशुओं के लिए उनकी मां का दूध ही सबसे पौष्टिक और रोगों से लड़ने की शक्ति देने वाला आहार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्तनपान कराने वाली मांओं को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं, जिन्हें अपनाकर वे बच्चे और अपने जीवन को सुरक्षित बना सकती हैं। अमेरिका की अनुसंधान एजेंसी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सलाह है कि हर गर्भवती व हाल में मां बनीं महिला सामाजिक दूरी व स्वच्छता के नियमों को कड़ाई से पालन करके संक्रमण के खतरे को न्यूनतम कर सकती है।

सुरक्षित है मां का दूध

मां का दूध बच्चे के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। अमेरिकी एजेंसी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, सीमित अध्ययनों से अब तक यही परिणाम मिले हैं कि स्तनपान से नवजात को कोरोना नहीं होता। हालांकि दूध पिलाते समय सावधानी न बरतने से मां के मुंह, छींक, खांसी से निकले सूक्ष्म नम कण बच्चे में पहुंचकर उसे संक्रमित कर सकते हैं।

संक्रमित मां से भ्रूण सुरक्षित

सीडीसी के अनुसार, गर्भवती संक्रमित से भ्रूण तक कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैलता है। गर्भ में भ्रूण के विकास में सहायता करने वाले एमनियोटिक द्रव्य में वायरस का एक भी लक्षण नहीं देखा गया है। हालांकि प्रसव के बाद नवजात में यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा उसे छूने से फैल सकता है। अस्पताल में बच्चे की देखभाल के दौरान डॉक्टरों को विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है और घर में भी नवजात की सुरक्षा के लिए उसे ज्यादा लोगों के संपर्क में लाने से बचाना जरूरी है।

ऐसे कराएं स्तनपान

आप अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर यह निर्णय ले सकती हैं कि बच्चे को स्तनपान कराना जारी रखें या नहीं। आपका दूध बच्चे के लिए सबसे पौष्टिक होगा, अगर आप बीमार हैं तो उसे एक्सप्रेस्ड ब्रेस्ट मिल्क दे सकती हैं। दोनों तरीकों से दूध पिलाते समय आपको अपनी और बच्चे की स्वच्छता से जुड़ी ये सावधानियां रखनी होंगी।

- बच्चे को छूने या गोद लेने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं।

- संभव हो तो मास्क लगाकर दुग्धपान कराएं ताकि बच्चा सुरक्षित रहे।

- ब्रेस्ट पंप और बॉटल पार्ट को छूने के बाद हाथ जरूर धोएं।

- बच्चे को एक्सप्रेस्ड दूध घर को अन्य स्वस्थ व्यक्ति ही पिलाए।

बच्चे की स्वच्छता जरूरी

बच्चे की शौच, मूत्र, नाक के गंदे कण आदि को साफ करने से पहले अपने हाथ धोएं। रूई, साफ कपड़े, नेपकिन आदि ये यह सफाई करने के तुरंत बाद उसे अलग कूड़ेदान में फेंक दें। विशेषज्ञ कहते हैं कि कोरोना के लक्षण कुछ लोगों में नहीं दिखते इसलिए अपने बच्चे को घर से बाहर ले जाने से बचे और कम लोगों को ही गोद लेने दें।

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छह माह तक सिर्फ मां का दूध

नवजात या शिशुओं में इम्यूनिटी के लिए जरूरी है कि उन्हें जन्म के एक घंटे के अंदर मां को दूध पिलाया जाए और अगले छह माह तक उन्हें सिर्फ स्तनपान कराया जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताए गए दुग्धपान के ये स्टैंडर्ड निर्देश कोरोना संक्रमण के दौर में भी लागू हैं।

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जब मां हो कोरोना संक्रमित

जब मां कोरोना संक्रमित हो तो इलाज करने वाले डॉक्टर की सलाह पर ही शिशु को दुग्धपान कराएं। हालांकि सीडीसी के अनुसार, संक्रमित होने पर भी मां सुरक्षित तरीके अपनाकर स्तनपान करा सकती है।

- फेसमास्क पहने और हर स्तनपान से पहले व बाद में हाथ धोएं।

- अगर एक्सप्रेस्ड ब्रेस्डफीड करा रही हैं तो ब्रेस्ट पंप जरूर उपलब्ध होना चाहिए।

- पंप और बोतल पार्ट छूने से पहले और बाद में हाथ धो लें।

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